कैमूर। मनरेगा योजना के तहत जिले में श्रमिकों को रोजगारपरक बनाने के लिए उन्हें प्रतिदिन काम दिया जा रहा है। मनरेगा योजना के तहत जिले के सभी प्रखंड क्षेत्रों के अंतर्गत 38 हजार लोग विभिन्न परियोजनाओं में काम पा रहे हैं। बीते दिनों मुख्य सचिव बिहार सरकार ने भी मनरेगा योजनाओं के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की थी। मुख्य सचिव की समीक्षा के बाद डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने जिले में मनरेगा योजनाओं के कार्यों के क्रियान्वयन को लेकर कई दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसी भी स्थिति में लक्ष्य के अनुरूप कार्य करना है। मनरेगा योजना के अंतर्गत क्रियान्वित सभी योजनाओं का अनुश्रवण करने के लिए जिला स्तरीय टीम द्वारा निरीक्षण किए जाने की बात कही। इसके अलावा एक एकड़ से पांच एकड़ तक के तालाबों की सूची तैयार करने व बड़े तालाबों पर मनरेगा से कार्य कराने का दिशा निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि क्रियान्वियत योजनाओं का फोटोग्राफ उपलब्ध कराया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों की मजदूरी लंबित नहीं रखी जाए। डीएम ने कहा कि मानसून सत्र के लिए क्रियान्वियत की जाने वाली योजनाओं में पौधारोपण, आंगनबाड़ी, सोख्ता, पेवर ब्लॉक एवं अन्य योजनाओं का एस्टीमेट तैयार किया जाए। इससे मजदूरों को अधिक से अधिक काम दिया जा सके। जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा अनुमोदित योजनाओं का निरीक्षण किया जाएगा। बैठक में यह पाया गया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में चांद, दुर्गावती, नुआंव, रामगढ़, रामपुर प्रखंडों में आपेक्षित प्रगति नहीं होने पर उन्होंने कार्यों में प्रगति लाए जाने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
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Posted By: Jagran
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