कोरोना वायरस को लेकर सुर्खियों में चल रहे आयुष क्वाथ का इंतजार अब समाप्त हो गया है. यह इम्युनिटी बूस्टर पहली बार सबसे छोटे रूप सैशे यानी छोटे पाउच में पेश किया गया है
जिससे हर तबके के लोग इसका सरलता से प्रयोग कर सकें. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष क्वाथ को आयुष मंत्रालय के साथ ही आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अच्छा तरीका बताया है.
आयुष विशेषज्ञों के अनुसार आयुर्वेद ग्रंथ से लिया आयुष क्वाथ इम्युनिटी को बढ़ाता है जिससे किसी भी तरह के संक्रमण से बचाव होने कि सम्भावना है. अगर कोई आदमी संक्रमित होता भी है तो वायरस से लड़ते हुए इम्युनिटी ताकतवर हो जाती है व वायरस को निष्क्रिय बनाने लगती है.
आयुष क्वाथ के इस छोटे पाउच में दालचीनी, तुलसी, काली मिर्च व सुंथी का मिलावट है जोकि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को बढ़ाती है. आयुष मंत्रालय से आदेश मिलने के बाद एमिल फॉर्मास्युटिकल ने इसे तैयार किया है. उधर आयुष क्वाथ पर वैज्ञानिक अध्ययन के लिए केन्द्र सरकार ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी सौंपी है.
एमिल फॉर्मास्युटिकल के कार्यकारी निदेशक संचित शर्मा ने बताया कि मंत्रालय से गाइड लाइन मिलने के बाद आयुष क्वाथ का निर्माण प्रारम्भ कर दिया था लेकिन इसे हर आदमी तक पहुंचाना एक चुनौती थी इसलिए हमने आयुष क्वाथ को एक पाउच का रूप दिया है ताकि आम से लेकर खास आदमी इसका सरलता से प्रयोग कर सकें. महज एक प्याला, इम्युनिटी वाला का टैग भी दिया है.
हाल ही में नीति आयोग के मेम्बर व एम्पॉवर्ड ग्रुप-1 के चेयरमैन डाक्टर वीके पॉल ने लोगों से अपील करते हुए बोला था कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए इम्युनिटी को मजबूत करना बेहद महत्वपूर्ण है. महामारी के इस संकट से बाहर निकलने के लिए वैज्ञानिकों की सलाह के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने प्रोग्राम 'मन की बात' में देश को संबोधित करते हुए आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन ज्यादा से ज्यादा करने की अपील की थी. अप्रैल माह के आखिरी हफ्ते में आयुष मंत्रालय ने क्वाथ का ज्यादा से ज्यादा निर्माण कराने के लिए राज्यों को आदेश जारी किया था.
ऐसे करें उपयोग : चाय बनाते वक्त आयुष क्वाथ पाउच को खोलकर डालें. थोड़ी देर गर्म करने के साथ दूध व चीनी स्वादानुसार डालने के बाद इसे उबाल लें. इसके बाद छलनी की मदद से चाय छानने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं. दिन में दो से तीन बार इसे ले सकते हैं. गुनगुने पानी के साथ भी आयुष क्वाथ की गोलियां ले सकते हैं. चीनी के अतिरिक्त शहद या गुड़ के साथ ही इसका सेवन किया जा सकता है.