फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों के लिए मोटापा खतरनाक हो सकता है। खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्होंने फेफड़े की बीमारी का खतरा पैदा कर दिया है। यह अमेरिकी शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन के अनुसार है। विशेषज्ञ ऐसे लोगों को नियंत्रित जीवन शैली का पालन करने की सलाह देते हैं।तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम (ARDS) गंभीर फेफड़ों के रोग वाले लोगों में एक समस्या है। शोधकर्ताओं ने अस्पताल से छुट्टी के बाद छह महीने तक एआरडीएस पीड़ितों के जीवन की गुणवत्ता की समीक्षा की। इसमें पाया गया कि मोटे लोग और धूम्रपान करने वाले लोग बदतर थे।ऐसे में लोगों के फेफड़ों में तरल पदार्थ के रिसाव की समस्या सामने आई। इससे सांस लेना बहुत मुश्किल या असंभव हो जाता है।इसके अलावा, रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बनाए रखना मुश्किल है।