बक्सर : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन में छूट क्या मिली। लोग फिजिकल डिस्टेंसिग के मायने ही भूल गए। कल तक फिजिकल डिस्टेंसिग का पाठ पढ़ानेवाले प्रबुद्ध लोग आज खुद उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। यह नजारा शनिवार को सिमरी और नियाजीपुर बाजार में देखने को मिला। दोनों बाजारों में खरीदारों की भारी भीड़ जमा थी।
लोग एक दूसरे में सटकर सामान खरीद रहे थे। खासकर सब्जी मंडी की स्थिति और भी जुदा थी। यहां फिजिकल डिस्टेंस का नामोनिशान नहीं था। ऐसी ही स्थिति बैंकों और ग्राहक सेवा केंद्रों पर भी थी। इलाहाबाद बैंक सिमरी में कार्यरत एक कर्मी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा जनधन खाते में रुपये भेजे जाने के बाद से न सिर्फ लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही हैं। बल्कि, सरेआम फिजिकल डिस्टेंसिग की धज्जिया भी उड़ रही है। प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित करने के बाद थोड़ी देर के लिए राहत अवश्य महसूस होती है। मगर उनके जाने के बाद पुन: वही स्थिति कायम हो जाती है। बताते चलें कि, कोरोना वायरस के संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान निर्धारित अवधि के अंदर ही फिजिकल डिस्टेंसिग मेंटेन करते हुए समान खरीदने की छूट दी गई है। अगर इसी तरह नियमों की अनदेखी कर व्यक्तिगत आवश्यकताओं के लिए लोगों की यही स्थिति बनी रही तो यह समाज के लिए शुभ संकेत नहीं होगा। समय रहते पुलिस-प्रशासन को सार्थक कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है। अन्यथा, इसके भयावह ²श्य देखने को मिलेंगे।
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Posted By: Jagran
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