कोरोना के सामान्य मरीजों के लिए राहत भरी खबर. फ्रांस के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि माइल्ड सिम्टम्स वाले इन मरीजों में एक एक सप्ताह के अंदर सरलता से एंटीबॉडी का निर्माण होने लगता है
जो उन्हें बीमारी से उबरने में बहुत ज्यादा मदद करता है. ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती व इनके गंभीर स्थिति में पहुंचने का खतरा बहुत ज्यादा कम होता है.
पाश्चर इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं के मुताबिक, अध्ययन से उम्मीद है कि वायरस की चपेट में आए लोग सरलता से स्वस्थ हो सकते हैं.
शोधकर्ताओं की टीम का नेतृत्व करने वाले ओलिवियर श्वार्ट्ज कहते हैं कि अब तक गंभीर मरीजों के बारे में अध्ययन किया गया था. हमारा मकसद उनके बारे में जानना था जिनमें सामान्य लक्षण नजर आते हैं. हिंदुस्तान में ऐसे मरीजों की संख्या 90 प्रतिशत है. हमने एक अस्पताल के 160 स्टाफ पर अध्ययन किया, जो संक्रमित थे. पता चला कि 99.4 प्रतिशत लोगों में चार दिन में ही एंटीबॉडी बनने लगी.
शोध- 2 : क्वारंटाइन में लोगों को तनाव से बचा रहा योग
नई दिल्ली: योग कोरोना संक्रमण की वजह से क्वारंटीन में रह रहे लोगों को तनाव से बचा रहा है. अमेरिका, जापान, जर्मनी समेत छह राष्ट्रों में हुई रिसर्च से एक बार फिर इसकी पुष्टि की है. हिंदुस्तान में हमेशा तनाव से बचने के लिए योग का सहारा लेने की सलाह दी जाती रही है. कोरोनाकी वजह से संसार भर में लोग तनाव से जूझ रहे हैं. एक अध्ययन के मुताबिक, अमेरिका में एक तिहाई लोग इसकी चपेट में हैं. वहीं हिंदुस्तान में बड़ी संख्या में लोग इसका शिकार हैं. ऐसे में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया की रिसर्च अर्थ रखती है.