एमबी हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रहे 2 डॉक्टर सहित 5 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित

उदयपुर, उदयपुर शहर में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण की उम्मीद भले ही बढ़ रही हो, लेकिन एमबी हॉस्पिटल के हालात खराब होते नजर आ रहे हैं. रविवार को पहली बार एक साथ एमबी हॉस्पिटल में 5 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसमें कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने वाले 2 डॉक्टर हैं और 3 नर्सिंग स्टाफ. कोरोना संक्रमित हुए एक डॉक्टर खुद कोरोना वार्ड में नोडल ऑफिसर बताए जा रहे हैं. जिले में आज 18 संक्रमित की पुष्टि हुई है. इससे कुल संक्रमितों की संख्या 477 हो गयी है.

चिंताजनक स्थिति यह है कि अब तक एमबी हॉस्पिटल से कुल 3 डॉक्टर, 1 इंटर्न सहित 18 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. हॉस्पिटल में स्टाफ में घबराहट है, हालां कि अधिकारियों का कहना है कि संक्रमित स्वास्थ्य कर्मी जल्द ही ठीक भी हो रहे हैं. 4 से 5 दिन में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है. ऐसे में स्टाफ घबराए नहीं. विपरीत परिस्थितियों और संक्रमितों की बीच काम करने के दौरान संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता ही है. स्टाफ अगर संक्रमित हो रहा है तो वह जल्द ठीक भी हो जाएंगे है.
संक्रमित हुए स्टाफ में सभी ठीक हैं, घबराने की जरूरत नहीं है
आरएनटी प्रिंसीपल डॉ. लाखन पोसवाल ने बताया कि संक्रमित हुए स्टाफ में ज्यादातर ठीक हैं और उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं है. 2 नर्स डिस्चार्ज होकर घर जा चुकी हैं, एक रेडियोग्राफर स्टाफ की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद होम आईसोलेशन में भेज दिया है. संक्रमित हुए स्टाफ में ज्यादातर की नेगेटिव रिपोर्ट आ चुकी है. लेकिन होम आईसोलेशन के लिए घर नही भेजा है. घर पर होम आईसोलेशन के कुछ नियम हैं, वे जब तक पूरे नहीं होते तो व्यक्ति को होम आईसोलेशन में नहीं भेज पाते हैं. ऐसे में उनको हॉस्पिटल में ही निगरानी में रखा गया है.
इन सब के बीच ये सवाल बार-बार उठ रहे हैं कि क्यों हर दिन हॉस्पिटल से स्टाफ कोरोना पॉजिटिव आ रहा है और आज तो एक साथ 2 डॉक्टर और 3 नर्सिंग स्टाफ के कोरोना संक्रमित होना हॉस्पिटल प्रबंधन के लिए अच्छे संकेत तो नहीं है. क्या स्टाफ को दिए गए सुरक्षा संसाधन पर्याप्त नहीं हैं.? या जिले में कोरोना संक्रमितों की मॉनीटरिंग का दावा करने वाला प्रशासन कोरोना वॉरियर्स के लिए प्रोपर मॉनीटरिंग नहीं कर पा रहा है..?
अन्य विभाग के स्वास्थ्य कर्मी रोज घर जाते हैं, इसलिए खतरा ज्यादा
जानकारी के अनुसार हॉस्पिटल के 18 स्वास्थ्य कर्मियों में 6 से 7 स्टाफ दूसरे विभागों में भी कार्यरत हैं. ऐसे में खतरा ज्यादा हो जाता है. क्यों कि कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को तो क्वॉरंटीन सेंटर पर रखा जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मी क्वॉरंटीन सेंटर से ही ड्यूटी करने हॉस्पिटल आता है और वापस क्वॉरंटीन सेंटर जाता है. लेकिन हॉस्पिटल में कोरोना के अलावा अन्य सभी विभाग और वार्ड में स्वास्थ्य कर्मी हर दिन ड्यूटी करने अपने घर से आता-जाता है. ऐसे में इनके परिवारजन के लिए भी हमेशा खतरा रहता है.
जिले में संक्रमितों की संख्या 477 हुई
आज पाए गए कुल 13 संक्रमितों में 8 वॉल सिटी क्षेत्र के कानोड़ की हवेली, मंडी की नाल से हैं. 1 संक्रमित आलू फैक्ट्री के पास कच्ची बस्ती का रहने वाला है, यह कल ही चित्तौड़गढ. से लौटा है. एक संक्रमित गोवर्धन विलास और एक यूनिवर्सिटी रोड आदर्ष नगर का रहने वाला है. आदर्ष नगर का रहने वाला संक्रमित पहले से ही गीतांजलि हॉस्पिटल में भर्ती है. इसके अलावा 1 वल्लभनगर और 1 भींडर में प्रवासी के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

अन्य समाचार