Chanakya Niti Hindi: चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को हमेशा अपने साथ अच्छे लोगों को ही रखना चाहिए. अच्छे लोग सदैव ही सही सलाह देते हैं. वहीं जब व्यक्ति के आसपास गलत लोगों का जमाववाड़ा हो जाता है तो व्यक्ति सही और गलत में भेद नहीं कर पाता है और एक दिन उसे भयंकर परिणाम भुगतने पड़ते हैं जिससे उसका जीवन दुखों से भर जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को अपनी संगत पर विशेष ध्यान देना चाहिए. संगत खराब होने से व्यक्ति में गलत आदतें प्रवेश कर जाती हैं. वह अपने बुद्धि विवेक का प्रयोग करना बंद कर देता है और समय आने पर सही निर्णय नहीं ले पाता है जिस कारण उसे नुकसान उठाना पड़ता है. आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि वही राजा सफल होता है जिसके पास अच्छे सलाहकार होते हैं. ऐसे लोगों की संगत से बचना चाहिए जो अपने स्वार्थ के कारण सही को भी गलत बताने का कार्य करते हैं. इसलिए इन बातों पर जरुर ध्यान देना चाहिए-
आलोचना से नहीं घबराना चाहिए जो व्यक्ति जीवन में आलोचनाओं से घबराता है वह कभी सफल नहीं होता है. आलोचना व्यक्ति को सुधारने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं इसलिए जो मित्र आपके कार्य की आलोचना करे वही सच्चा मित्र है और जो गलत काम को भी सही बताएं तथा झूठी तारीफ करे, ऐसे व्यक्ति से सदैव ही सर्तक रहना चाहिए.
अपना कार्य खुद करना चाहिए व्यक्ति को अपने कार्य स्वयं करने चाहिए. जो छोटे छोछे कार्य के लिए भी दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं वह परेशानी उठाने हैं. जिन लोगों से वह कार्य करता है वही एक दिन उसे परेशानी में डाल देते हैं.
लालच से दूर रहें लालच बहुत सी परेशानियों की जड़ है. इससे दूर ही रहना चाहिए. लालच के चलते व्यक्ति कभी कभी ऐसे लोगों से घिर जाता है जो उससे अनुचित कार्य करने का दबाव बनाते हैं. इसलिए लालच नहीं करना चाहिए. लालच व्यक्ति को मुसीबतों के गर्त की और ले जाता है.
सुख सुविधाओं का आदी व्यक्ति कमजोर होता है व्यक्ति को अपनी जरुरतों को क्षमता से अधिक विस्तार नहीं देना चाहिए. जब व्यक्ति इस बात को भूल जाता है तो उसके लिए नई परेशानी खड़ी होने लगती हैं. व्यक्ति को अपनी क्षमताओं को ध्यान में रखकर ही सुविधाओं का उपभोग करना चाहिए. जो यह बात भूल जाता है उसे भविष्य में दुख उठाने पड़ते हैं.
Chanakya Niti: इस एक आदत के कारण व्यक्ति गिर जाता है दूसरों की नजरों में