जहां दुनियाभर के देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने पर अपना ध्यान लगाए हुए हैं, वहीं कई हेल्थ एक्सपर्ट डेंगू के प्रकोप में बढ़ोतरी से परेशान हैं.
गर्म तापमान व अस्वच्छता मच्छरों को डेंगू वायरस का वाहक बना देते हैं. लेकिन जैसा कि देश कोविड-19 महामारी के साथ जूझ रहा है, तो इसकी वजह से जागरुकता अभियान भी रूके हुए हैं. इससे कि इस वर्ष डेंगू के मामलों में संभावित बढ़ोतरी का खतरा पैदा हो रहा है. डेंगू बुखार हर वर्ष दुनियाभर में करीब 40 करोड़ लोगों को प्रभावित करता है व संसार की लगभग 40 फीसदी आबादी संक्रमण के खतरे में हैं. इस वर्ष संख्या में बहुत ज्यादा वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि देश कोविड-19 के प्रकोप से निपटने में व्यस्त है. पहले से ही कोविड-19 महामारी के बीच दुनियाभर के विभिन्न राष्ट्रों से डेंगू बुखार में वृद्धि की खबरें हैं. बुखार कोविड-19 व डेंगू दोनों का एक सामान्य लक्षण है. डेंगू में श्वसन संबंधी लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे खांसी, गले में खराश, जो कोविड-19 के सामान्य लक्षण भी हैं. फिर ऐसे में कैसे पता चलेगा कि आदमी को डेंगू है या कोविड-19.
विशेषज्ञों का बोलना है कि डेंगू व कोविड-19 में भेद करना कठिन है, क्योंकि इन दोनों के क्लिनिकल व लेबोरेटरी विशेषता दोनों एक जैसे हैं. सिंगापुर में डेंगू के लिए तेजी से सीरोलॉजिकल टेस्टिंग के निगेटिव नतीजों वाले कुछ रोगियों को बाद में कोविड-19 होने की पुष्टि की गई थी. हालांकि, कोविड-19 व डेंगू कुछ सामान्य लक्षण शेयर करते हैं, जैसे बुखार व खांसी लेकिन कई मायनों में अलग हैं. यहां कुछ बातें बताई गई है जो डेंगू बुखार व कोविड-19 के बीच अंतर करने में मदद कर सकती हैं.
डेंगू के लक्षण www.myupchar.com से जुड़े एम्स के डाक्टर अजय मोहन का बोलना है कि डेंगू बुखार डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छर के काटने के कारण होता है. एडीस प्रजाति के कई मच्छरों से डेंगू संचारित होता है, विशेष रूप से एडीस ईजिप्टी प्रजाति जो कि डेंगू संचरण का प्रमुख कारण है. डेंगू बुखार के प्रमुख लक्षणों में शामिल है. आकस्मित तेज बुखार, ठंड लगना, गंभीर सिरदर्द आमतौर पर आंखों के पीछे, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, मतली, उल्टी होना, स्कीन का लाल होना व साथ ही जलन महसूस होना व कुछ मामलों में खसरे के समान चकत्ते. आमतौर पर आदमी में लक्षण चार से छह दिनों में विकसित होते हैं व लक्षण 10 दिनों तक रहते हैं. गंभीर डेंगू बुखार जानलेवा होने कि सम्भावना है, जिसके परिणामस्वरूप रक्तस्त्राव होता है. प्लेटलेट्स की गिनती कम हो जाती है, रक्त प्लाजमा में रिसाल होने कि सम्भावना है या अधित खतरनाक डेंगू शॉक सिंड्रोम भी होने कि सम्भावना है, जिससे खतरनाक रूप से ब्लड प्रेशर कम होता है.
कोविड-19 के लक्षण
कोविड-19 हाल ही में खोजे गए कोरोना वायरस के कारण होने वाला संक्रामक रोग है. वायरस भिन्न-भिन्न उपायों से लोगों को प्रभावित करता है. अधिकतर संक्रमित लोग हल्के से मध्यम लक्षणों को महसूस करते हैं. कोविड-19 के सबसे आम लक्षण बुखार, थकान व सूखी खांसी हैं. कुछ रोगियों में दर्द, नाक बंद होना, नाक बहना, गले में खराश या दस्त होने कि सम्भावना है. ये लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं व धीरे-धीरे प्रारम्भ होते हैं. कुछ लोग संक्रमित हो जाते हैं, लेकिन कोई लक्षण विकसित नहीं करते हैं व अस्वस्थ महसूस नहीं करते हैं. कोविड-19 संक्रमित हर 6 में से 1 आदमी गंभीर रूप से बीमार हो जाता है व सांस लेने में परेशानी पैदा होती है. कुछ लोग बीमारी के अधिक गंभीर रूप विकसित कर सकते हैं, जैसे कि निमोनिया. यदि बुखार, खांसी व सांस लेने में परेशानी है, तो तुरंत उपचार की आवश्यकता है.
www.myupchar.com से जुड़े डाक्टर आयुष पांडे का बोलना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए कोई विशेष दवा नहीं है. स्वच्छता व सावधानी बरत कर कोरोना वायरस के सम्पर्क में आने से बचा जा सकता है. कोरोना वायरस से संक्रमित कोई आदमी छींकता या खांसता है, तो उसके मुंह व नाक से द्रव की अतिसूक्ष्म बूंदे हवा में मिल जाती है, इन बूंदों में कोरोना वायरस भी होता है. जब इस संक्रमित हवा में कोई स्वस्थ आदमी सांस लेता है तो हवा के माध्यम से कोरोना वायरस भी आदमी के शरीर में पहुंच जाता है व संक्रमण पैदा करता है.