कोरोना वायरस फैलाने से बचने में मदद करने के लिए जिस ढंग से मास्क महत्वपूर्ण है, उसी तरह दस्ताने यानी ग्लव्स भी आवश्यक हो गए हैं.
उनकी आवश्यकता इसलिए है क्योंकि ग्लव्स हाथों को कवर करते हैं व उन सतहों को छूने पर रक्षा करते हैं जहां वायरस हो. सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (सीडीसी) ने बोला है कि सीधे सम्पर्क की तुलना में सांस की बूंदों के माध्यम से कोविड-19 ट्रांसमिशन ज्यादा सामान्य है व आम लोगों को बाहर जाने पर ग्लव्स पहनने की सलाह दी जाती है. www.myupchar.com के मुताबिक ग्लव्स वैसे भी मुख्य रूप से हाथों को केमिकल, बैक्टीरिया, फंगस व वायरस आदि से बचाने में जरूरी किरदार निभाते हैं. नाइट्राइल ग्लव्स का प्रयोग ज्यादातर मैकेनिक, टेक्नीशियन, टैटू बनाने वाले आदि करते हैं क्योंकि यह तेल, ग्रीस, केमिकल आदि से तो बचाता ही है साथ ही अन्य सूक्ष्म जीवों से होने वाली बीमारी से बचाव भी करता है. यह ग्लव्स कोविड-19 जैसी महामारी से बचाव करने में असरदार होने कि सम्भावना है. साथ ही अगर मार्केट या किसी दुकान से सामान खरीदते हैं तो इनका प्रयोग कर सकते हैं. यह ग्लव्स डिस्पोजेबल हैं व इनका एक बार प्रयोग करके इन्हें डिस्पोजेबल बैग में रख दें, ताकि सम्पर्क में कोई व आदमी न आ सके व बीमारी को फैलने से रोका जा सके.
सफाई के समय ग्लव्स पहनें
ग्लव्स व हवा की ठीक आवाजाही दो जरूरी तत्व है जब बात घर की सफाई की आती है. विशेष रूप से जब घर में सतहों को आमतौर पर छुआ जाता है जैसे कि रोशनी स्विच, हैंडल, डेस्क, टॉयलेट्स, नल, सिंक व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण. यदि घर में किसी को कोविड-19 बीमारी हो, तो घर की सफाई व कीटाणुनाशक का प्रयोग करने के लिए विशेष ग्लव्स तैयार करना महत्वपूर्ण है.
ग्लव्स पहनने के पहले व बाद में हाथ धोएं
www.myupchar.com से जुड़ीं एम्स की डाक्टर वीके राजलक्ष्मी का बोलना है कि यहां तक कि अगर ऐसा लगता है कि हाथ साफ हैं, तो दूषित होने से बचाने के लिए ग्लव्स पहनने से पहले व बाद में हाथ धोना चाहिए. इसके लिए कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से या अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथों को धो कर एहतियाती कदम उठाना महत्वपूर्ण है.
बीमार आदमी की देखभाल करते समय ग्लव्स पहनें
कोविड-19 द्वारा संक्रमित आदमी के गंदे कपड़े धोते समय ग्लव्स आवश्यक हैं. अपने ग्लव्स को बाद में फेंक दें व अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें.
ग्लव्स हटाने में जल्दबाजी न करें
सीडीसी के अनुसार, आगे संक्रमण को रोकने के लिए अपने ग्लव्स ठीक ढंग से उतारे. जल्दबाजी न करें. इसे उतारने के लिए अपनी अंगुलियों को दूसरे ग्लव्स में खिसकाना व इसे धीरे-धीरे अपने हाथ सरकाते हुए अंदर बाहर निकालना है. यह सावधानी से करना जरूरी है.
ग्लव्स पहनते समय अपना चेहरा न छुएं
ग्लव्स सुरक्षा की झूठी भावना दे सकते हैं, खासकर इसलिए क्योंकि सतह के वायरस हाथों के बजाय ग्लव्स से चिपक जाएंगे. ऐसे में यदि अपने चेहरे को ग्लव्स से छूते हैं तो संक्रमित होने का खतरा रहता है.
पर्सनल हाइजीन न भूले
ग्लव्स पहनें हो तो भी व्यक्तिगत हाइजीन व फिजिकल डिस्टेंसिंग तब भी जरूरी है क्योंकि अकेले ग्लव्स ही वायरस से सुरक्षित नहीं रखेंगे.