ऐसी कौन सी चीजे होती थी जिनका इस्तेमाल करके वो इतनी खूबसूरत लगती थी की जो भी उन्हें देखता था उस पर मोहित हो जाता था | दरअसल उस प्राचीन समय में रानियाँ आयुर्वेद का सहारा लेती थी और ये आयुर्वेद ही उनकी सुंदरता का कारण था आज हम आपको आयुर्वेद के उन रहस्यों के बारे में बताएंगे जिन्हे खुद रानियाँ इस्तेमाल करती थी |
गुलाब जल के गुणकारी उपयोगो के बारे में तो सभी वाकिफ है, प्राचीन समय में रानियाँ गुलाब की पंखुड़ियाँ पानी में डालकर नहाती थी और साथ ही गुलाब जल को भी अपनी त्वचा पर लगती थी, आप भी अगर अपने चेहरे और शरीर की त्वचा पर दिन में दो बार गुलाब जल लगाए तो जल्द ही आपकी त्वचा मुलायम और ग्लोइंग होने लग जाएगी |
अखरोट औषधीय गुणों का भंडार माना जाता है, इसके साथ ही अखरोट एंटी एजिंग भी है इसके सेवन करने से चेहरे की झुर्रिया जल्द ही समाप्त होने लग जाती है, पुराने जमाने में रानी और राजा अखरोट का खूब सेवन करते थे ताकि वे जवान लग सके, अगर आप भी अखरोट का नियमित रूप से सेवन करते है तो इसका असर आपको जल्द ही नज़र आने अलग जायेगा |
आज बालो के झड़ने की समस्या बहुत सामने आ रही है और इसकी वजह हमारी बिगड़ती जीवनशैली और प्रदूषण भी है इसके कारण ही धुल मिटटी की वजह से बाल कमजोर होने लग जाते है और इनसे बचाव के लिए अपनाये जाने वाले शैम्पू भी बालो के लिए हानिकारक सिद्ध होते है | पुराने जमाने में रानियाँ बालो के लिए जैतून का तेल और शहद का इस्तेमाल करती थी, इनके इस्तेमाल से बाल चमकदार, लम्बे, घने और मजबूत होते थे |
पुराने समय में इत्र का इस्तेमाल भी खूब हुआ करता था बताया जाता है की उस समय रानियाँ इत्र का खूब इस्तेमाल करती थी जिसकी वजह से राजा उनकी तरफ खींचे चले आते थे, इत्र की वजह से उनकी त्वचा सुगंधित और कोमल होती थी |
प्राचीन इतिहास के जानकारों की माने तो उस रानियाँ दूध से भी नहाती थी, बताया जाता है की पुराने समय में रानियाँ गधी के दूध से नहाती थी, गधी का दूध त्वचा के लिए बहुत ही गुणकारी माना जाता है, इस दूध में एंटी एजिंग तत्व पाए जाते है, रानियाँ इस दोष में शहद और जैतून का तेल मिला कर नहाती थी | इससे वह जवां और खूबसूरत नज़र आती थी |