शादी में दूल्हा दुल्हन को मेहंदी लगाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। शादी में दूल्हा दुल्हन को मेहंदी लगाने का सांस्कृतिक महत्व भी है। आयुर्वेद के अनुसार मेहंदी शरीर और मस्तिष्क को ठंडा करती है। इसके साथ ही मेहंदी तनाव मुक्त करने में अभी बहुत सहायक है। मेहंदी की तासीर ठंडी होती है।
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भारतीय लोग शादी को बहुत ही थकाऊ का मानते हैं। शादी की तैयारियों में लगे लोग काफी थक जाते हैं। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन के हाथों और पैरों में मेहंदी लगाई जाती है। मेहंदी लगाने से वह तनाव मुक्त हो जाते हैं। मेहंदी लगाने से हाथ और पैरों की सुंदरता भी निखर जाती है। मेहंदी शादी की एक मुख्य पहचान है।