अगर हम पुराने जमाने की बात करें तो पहले लोगों के घरों में फ्रीज नहीं हुआ करते थे। तब गर्मियों में गले की प्यास बुझाने के लिये सभी मटके के पानी का ही सेवन किया करते थे। लेकिन आज के जमाने में जहां लोंगो के घरों में बड़ी-बड़ी फ्रिज आ चुकी हैं, वहां उन्होंने मटके के पानी का सेवन करना लगभग बंद कर दिया है। मटके का पानी सेहत के लिहाज से बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। हम आपको ऐसे ही कुछ फोयदों के बारें में बता रहें हैं-
-फ्रिज का पानी बहुत ज्यादा ज्यादा ठंडा होने के कारण गले को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं घडे का पानी गले पर बहुत ही नर्म प्रभाव छोड़ता है।
-घड़े के पानी में मिट्टी के क्षारीय गुण मौजूद होते है। क्षारीय पानी की अम्लता के साथ प्रभावित होकर, उचित पीएच संतुलन भी प्रदान करता है। इस पानी को पीने से एसिडिटी नहीं होती और पेट दर्द से छुटकारा भी आसानी से मिलता है।
-गर्भवती महिलाओं को फ्रिज का पानी छोड़ कर मटके का ही पानी पीना चाहिये। इनमें रखा पानी न सिर्फ उनकी सेहत के लिए ही अच्छा होता है, बल्कि पानी एक सौंधापन भी लिये हुए होता है।
-गर्मियों में लोग फ्रिज का या बर्फ का पानी खूब पीते है, इसकी तासीर बहुत ज्यादा गर्म होती है। यह वात भी बढाता है। मटके का पानी बहुत अधिक ठंडा ना होने से वात नहीं बढाता, इसका पानी संतुष्टि भी देता है।