नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी से दुनियाभर में अब तक 43 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 2 लाख 90 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. COVID-19 के प्रकोप को रोकने के लिए दुनियाभर के कई देशों के वैज्ञानिक इस समय कोरोना की दवा तलाश रहे हैं. वहीं भारत में भी कोरोना का इलाज ढूंढा जा रहा है.
भारत की प्रतिष्ठित संस्था काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) भी कई दवाइयों का क्लीनिकल ट्रायल कर रहा है. CSIR अब एक वनस्पति के क्लीनिकल ट्रायल की शुरुआत करने जा रहा है. जिसके लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से उसे अनुमति भी मिल गई है. ACQH नाम की वनस्पति का क्लीनिकल ट्रायल जल्द शुरू होने जा रहा है. ACQH नाम की ये एक बेल है. ये वनस्पति मध्य प्रदेश और झारखंड में मिलती है. आदिवासी लोग का इसका उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए करते हैं.
CSIR के महानिदेशक शेखर मांडे के मुताबिक ACQH नाम की इस वनस्पति का ट्रायल CSIR पहले से कर रहा था. डेंगू के इलाज के लिए इसके अच्छे नतीजे भी मिले हैं. लेकिन अब CSIR को लगता है कि जैसे नतीजे डेंगू में मिले हैं, वो COVID-19 में भी मिलेंगे. जल्द इसका ट्रायल शुरू किया जाएगा. ये ट्रायल तीन संस्थानों द्वारा मिलकर किया जा रहा है. जिसमें CSIR, दिल्ली का एक इंस्टीट्यूट इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक एंड बायो टेक्नोलॉजी और एक फार्मास्यूटिकल कंपनी शामिल है. ये तीनों मिलकर ट्रायल करने जा रहे हैं. इसके लिए अस्पतालों के कुछ मरीजों पर ACQH का ट्रायल किया जाएगा.
मेडिकल साइंस से जुड़े विशेषज्ञ भी मानते हैं कि बहुत सी बीमारियों का इलाज भारत की पुरातन ज्ञान वाली औषधियों में है. आईएमए के सदस्य डॉक्टर के. के. अग्रवाल की मानें तो बस आईसीएमआर की गाइडलाइंस में इस वनस्पति से निर्मित दवाई का कोविड-19 के खिलाफ ह्यूमन ट्रायल शुरू होगा, जिससे इसे वैज्ञानिक मान्यता मिल जाए.
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जानकारों की मानें तो इस तरह की औषधि की दवाइयों के दो लाभ हैं. पहला आयुर्वेद से जुड़ी वनस्पतियों की वजह से इसके साइड इफेक्ट्स होने की गुंजाइश कम है और दूसरा टीकाकरण से पहले इन दवाइयों से करोना संक्रमण के संकट काल में मृत्यु दर में बड़ी कमी लाई जा सकती है.
भारतीय ज्ञान में औषधियों के अंदर भी प्राण तत्व माना जाता है. रामायण के वक्त भी लक्ष्मण जी के लिए इन्हीं औषधियों ने संजीवनी का काम किया था. अब उम्मीद है कि CSIR कोरोना के खिलाफ एक विशिष्ट वनस्पति को कारगर हथियार में बदल दे ताकि हिंदुस्तान जीत जाए और कोरोना हार जाए.