कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए इन दिनों हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जा रहा है , हाथ को वायरस, बैक्टीरिया मुक्त रखने के लिए साबुन-पानी से हाथ ना धो पाने की स्थिति में सैनिटाइजर ही बेस्ट ऑप्शन है,परन्तु कुछ लोग हद से ज्यादा सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे है ,परन्तु जरूरत से ज्यादा हाथों पर सैनिटाइजर इस्तेमाल करना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ट्राइक्लोसान की मौजूदगी से स्किन को है नुकसान सैनिटाइजर बनाने में ट्राइक्लोसान नामक केमिकल का इस्तेमाल होता है, जिसे हाथ की त्वचा तुरंत सोख लेती है और यदि यह रक्त में शामिल हो जाए, तो मांसपेशियों के कोऑर्डिनेशन के लिए जरूरी सेल-कम्युनिकेशन को बाधित करता है साथ ही अधिक इस्तेमाल से बांझपन और हृदय रोगो का खतरा होने की संभावना अधिक रहती है । हाथ की त्वचा होती है रूखी हैंड सैनिटाइजर में मौजूद अल्कोहल के कारण त्वचा ड्राई भी हो सकती है,अल्कोहल त्वचा को रूखा बनाता है,जितना हो सके हाथों को साबुन और पानी से ही साफ करें। इम्यूनिटी को हो सकता है नुक्सान एक सर्वे में पाया गया है की यदि बच्चे हैंड सैनिटाइजर का अधिक इस्तेमाल करते है तो उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है,इस शोध में शामिल किये गए बच्चों की यूरीन में इनफ्लेमेटरी तत्व सी-रिएक्टिव प्रोटीन पाया गया जो इम्यूनिटी को कमजोर करता है। इसमें मौजूद क्लोराइड त्वचा के लिए नुकसानदायक हैंड सैनिटाइजर मे बेंजाल्कोनियम नामक क्लोराइड पाया जाता है जो छिपे कीटाणुओं को तो मार देता हैं,सात ही यह त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसके परिणाम जलन, खुजली, हाथों में रूखापन हो सकते है। चिकनाई की नहीं कर पता सफाई हैंड सैनिटाइजर हाथों पर लगाने पर बेशक लगे की हाथ साफ हो गए हैं, पर ऐसा होता नहीं है, क्योकि यदि हाथों में घी, तेल जैसी चिकनी चीजें लगी हुई हैं, या बटर पॉपकार्न खाने के बाद सैनिटाइजर से हाथ साफ़ करना काफी नहीं होता , इस चिकनाई को हटाने के लिए पानी-साबुन से हाथ साफ करना होगा। इसलिए घर पर रहते वक़्त या जितना हो सके साबुन-पानी से हाथों को साफ करें, जब बाहर जाये तो ही सैनिटाइजर का इस्तेमाल करे ,क्योंकि हो सकता है बाहर पानी और साबुन नहीं मिले ।