नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। इस वायरस की वजह से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस बीच अमेरिका की नार्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन में चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, स्पेन, स्विट्जरलैंड, यूके और अमेरिका के अस्पतालों और क्लिनिक में कोरोना से जुड़े आंकड़े लिए गए हैं, जिसमें पता चला है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों में विटामिन डी की कमी और मृत्यु दर में गहरा संबंध पाया गया है। दुनिया के 10 देशों पर हुई इस रिसर्च में सामने आया है कि इटली, स्पेन और यूके जैसे देशों में जहां कोरोना की वजह से ज्यादा मौतें हुईं, वहां के मरीजों में विटामिन डी की कमी पाई गई। इस शोध में खास तौर पर विटामिन डी और साइटोकिन स्टॉर्म के बीच संबंध समझाया गया है। साइटोकिन स्टॉर्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें इम्मयून सिस्टम के ज्यादा सक्रिय होने पर शरीर मे सूजन बढ़ जाती है। साइटोकिन स्टॉर्म फेफड़ों को बुरी तरह से प्रभावित करता है जिससे एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम की वजह से संक्रमित मरीज की मौत हो जाती है। बैकमैन ने कहा कि विटामिन डी न सिर्फ हमारे इम्मयून सिस्टम को मजबूत करता है बल्कि ये हमारे इम्यून सिस्टम को खतरनाक रूप से ज्यादा सक्रिय होने से भी बचाता है। हालांकि इस अध्ययन में ये साफ कहा गया है कि विटामिन डी की सही मात्रा मरीज को कोरोना के संक्रमण से तो नहीं बचा सकती लेकिन ये बीमारी के ज्यादा खतरनाक होने और इससे होने वाली मौत से काफी हद तक बचा सकती है।