कोरोना पॉजिटिव मामलों में बक्सर ने ठोंका आखिरी कील

बक्सर : कोरोना पॉजिटिव मामलों में सोमवार को बक्सर ने आखिरी कील भी ठोंक दिया। इस दिन नया भोजपुर के अंतिम कोरोना पॉजिटिव को भी नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से छुटटी दे दी गई। जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि कोरोना के सभी मरीजों का ठीक होकर आ जाना जरूर सुकून देने वाली बात है लेकिन, इससे रिलैक्स होने की आवश्यकता नहीं है। अपितु, पूरी सावधानी बरतनी है।

जिले के नया भोजपुर में कोविड-19 का शिकार हुआ अंतिम मरीज 50 वर्षीय धर्मराज प्रसाद पिता छोटू लाल साह को सोमवार को एनएमसीएच से छुटटी दे दी गई। धर्मराज जिले के 56वें व्यक्ति हैं, जो कोरोना से जंग जीतकर लौटे हैं। इससे पहले सभी 55 मरीज अस्पताल से ठीक होकर घर लौट चुके हैं। धर्मराज को 4 मई को नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती किया गया था। जागरण के साथ हुई बातचीत में अन्य ठीक हुए मरीजों की तरह उन्होंने भी अपनी आपबीती सुनाई और लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने तथा हमेशा मास्क पहनने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि कोरोना के संक्रमण से बचना है तो इसका एकमात्र हथियार सोशल डिस्टेंसिग ही है। यहां बता दें कि कोरोना संक्रमण के एक केस से नया भोजपुर में एक के बाद एक 56 लोग इसके शिकार हुए। हालांकि, अब सभी मरीज ठीक होकर घर लौट गए।

प्लेइंग कार्ड खेलने में हुए कोरोना के शिकार
नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से छूटे धर्मराज ने मीडिया को बताया कि प्लेइंग कार्ड खेलने के दौरान वह कोरोना के संपर्क में आए। आप कैसे संक्रमण के शिकार हुए के सवाल पर उन्होंने बताया कि क्वारंटाइन में टाइम पास करने के लिए वे लोग प्लेइंग कार्ड खेल रहे थे। उसमें जमाती लोग भी थे। ऐसे में वह संक्रमित हो गए। उन्होंने बताया कि उनका भतीजा और उनका बेटा भी कोरोना की चपेट में आ गए और जांच में पॉजिटिव निकल गए। बहरहाल, ये सभी लोग ठीक होकर घर वापस लौट गए हैं।
बक्सर में 16 अप्रैल को मिला था पहला कोरोना पॉजिटिव
बक्सर में 16 अप्रैल को पहला कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया था। 13 को जिला प्रशासन को जानकारी मिली कि आसनसोल से जमात में शामिल होकर दो लोग यहां आए हैं। प्रशासन ने 14 अप्रैल को उनका सैंपल जांच के लिए भेजा, जिसमें दोनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया, पॉजिटिव पाए गए लोगों के घर सील किए गए और उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू हुई। फिर पॉजिटिव मामलों का कारवां बढ़ता गया और यह 56 तक पहुंच गया।
जिले में कैसे फैला कोरोना का संक्रमण
बताया जाता है कि जमात में जो दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए उनके एक ने इसका विस्तार देकर इसे 56 तक पहुंचा दिया। वहीं, दूसरे मरीज से इसका चेन आगे नहीं बढ़ा। वृद्ध से उनके बेटी-दामाद संक्रमित हुए और फिर बेटी और दामाद ने इसको विस्तार दिया और 56 तक पहुंचा दिया। बताया जाता है कोरोना को बढ़ाने में बेटी से ज्यादा दामाद की भूमिका रही और उन्होंने तास खेलने के दौरान इसे जहां दोस्तों के बीच वितरित किया। वहीं, किराना दुकानदार को भी कोरोना का संक्रमण दे दिया। कोरोना मीटर
जांच के लिए अब तक भेजे गए सैंपल की संख्या - 1185
अब तक प्राप्त हुई जांच रिपोर्ट की संख्या - 1154
जांच में निगेटिव आए केस की संख्या - 1098
अप्राप्त जांच रिपोर्ट की संख्या - 31
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या - 56
कोरोना के एक्टिव मामले - 00
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वर्तमान में अब जिले में एक भी एक्टिव केस नहीं है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि सवाधानी नहीं बरतनी है। कंटेनमेंट जोन को 28 दिनों तक फॉलोअप करना है। इस तरह 8 जून तक कंटेनमेंट जोन में कोई ढील नहीं दी जाएगी।
अमन समीर, जिलाधिकारी, बक्सर।
Posted By: Jagran
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