गुड़हल का फूल बहुत ही सुंदर होता है. यह कई रंगों में देखने को मिलता है जैसे लाल, गुलाबी, पीला, सफेद, बैंगनी आदि. इसको हिबिस्कुस रोजा साइनेसिस के नाम से भी जाना जाता है. यह देखने में तो सुंदर होता ही है साथ ही साथ हमारे स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद होता है. गुड़हल के फूल में कई प्रकार के पोषक तत्व जैसे विटामिन सी कैल्शियम फाइबर आयरल वसा आदि उच्च मात्रा में पाए जाते हैं जो हमें स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की बीमारियों से निजाद दिलाने में मदद करते हैं. इसके फूल का इस्तेमाल दवाओं में भी किया जाता है.
बालों की ग्रोथ
गुड़हल के फूल के तेल की मदद से आप बड़े ही आसानी से अपने बालों को लंबा कर सकते हैं . गुड़हल के फूल के तेल का निर्माण करना बहुत ही आसान है जिसे आप बड़े ही आसानी से अपने घर पे ही बना सकते हैं.इसके खातिर आप गुड़हल के पंखुड़ियों को नारियल के तेल के साथ मिलाकर उसे थोड़ा गरम करे और हफ्ते भर अपने बालों मे लगाये.
बालों के चमकदार
गुड़हल का फूल आपके बालों को चमकदार बनाने में भी मदद करता है. इसके खातिर आप गुड़हल के फूल को पीस कर पाउडर बना लें. फिर इस पाउडर को अलोवेरा के साथ मिक्स करके इसका पेस्ट बना लें और अपने बालों में 20 मिनट के लिए लगाकर मालिश करे और ठन्डे पानी की मदद से धो दें .
बालों की सफाई
जाहिर सी बात है कि अपने बालों को साफ करने के लिए हर कोई शैम्पू का इस्तेमाल करता है. लेकिन, शैम्पू में मौजूद कई तरह के केमिकल आपके बालों को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं. इसके खातिर आप गुड़हल के फूल का शैम्पू बना सकते हैं. बस आपको बेसन और पानी में कुछ गुड़हल की पंखुडिया डाल कर एक शैम्पू तैयार कर लेना है. बड़े ही आसानी से आप अपने बालों की सफाई कर सकेंगे और आपके बालों को भी किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा.
बालों को कंडीशन करता है
गुड़हल के फूल की मदद से आप अपने बालों को अच्छी तरह से कंडीशन कर सकते हैं .इसके लिए आपको बस एक तरीका इस्तेमाल करना पड़ेगा. इसके खातिर आप गुड़हल के 8 फूलों को अच्छी तरह से पीस लें और उसमे आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर अपने बालों पर अप्लाई करें .
सर्दी - जुकाम में लाभकारी गुड़हल
यदि आप आए दिन सर्दी-जुकाम से परेशान रहते हैं, तो गुड़हल की पत्तियां बहुत ही फायदेमंद है. गर्म पानी में इसे उबालकर इसकी चाय पीनी चाहिए. गुड़हल की पत्तियां खाँसी को ठीक करने और इलाज करने में उत्कृष्ट है.
मेनोपॉज के दौरान
शरीर की कई बीमारियों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बहुत ही जरूरी है. गुड़हल की पत्तियां, शरीर को उर्जा प्रदान करती हैं और इम्यूनिटी लेवल को बढ़ाती हैं. इसकी पत्तियां मेनोपॉज और मासिक धर्म में बहुत ही फायदा करती है. जिन महिलाओं को मासिक धर्म सही समय पर नहीं आता उन्हें गुड़हल की पत्तियों की चाय पीनी चाहिए. मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को इसकी पत्तियों को सुखाकर गर्म पानी के साथ पीना चाहिए.
चेहरे को चमकाए
एंटी-ऑक्सीडेंट, आयरन और विटामिन सी से भरपूर गुड़हल की पत्तियां चेहरे की झुर्रियां और दाग-धब्बों को खत्म करने में मदद करती है. इसके लिए आप इसकी पत्तियों को पानी में उबाल लें और पीसकर शहद के साथ मिलाएं तथा चेहरे पर लगाएं. आपका चेहरा न केवल चमकेगा बल्कि रुखापन भी दूर होगा. आपको बता दें कि गुड़हल की पत्तियां एंटी-एजिंग का भी काम करती है. यह शरीर से फ्री रेडिकल्स को हटाता और त्वचा को खूबसूरत बनाता है.
कोलेस्ट्रॉल को घटाता है गुड़हल
यदि ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का संतुलन बिगड़े तो कई तरह की बीमारी होने का खतरा होता है. पोषक तत्वों से भरपूर गुड़हल की पत्तियां, बॉडी में कोलेस्ट्रॉमल को कम करता है और शरीर के तापमान को संतुलित बनाएं रखता है. इसके लिए आप इसकी पत्तियों से बनी चाय का सेवन कीजिए.
टीबी की बीमारी
टीबी की बीमारी और फेफड़े रोग में गुड़हल की पत्तियां बहुत ही फायदेमंद है. टीबी या तपेदिक एक बीमारी है जो लगातार खांसी के लक्षणों का कारण बनता है और यह रोगी के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. इससे छुटकारा पाने के लिए आप गर्म पानी में इसकी पत्तियों को उबालकर पीएं. आपको जल्द ही लाभ मिलेगा.
गाल ब्लैडर स्टोन की चमत्कारी दवा
गुर्दे की पथरी मिनरल्स और नमक से बनी एक ठोस जमावट होती है. उनका माप रेत के दाने जितना छोटा से लेकर गोल्फ की गेंद जितना बड़ा हो सकता है. लेकिन इसका अंग्रेजी दवाओं से इलाजन नहीं किया जा सकता है परंतु आयुर्वेद में इसका सटीक और रामबाण उपाय है.इससे आजतक लाखों लोग को लाभ हो चुका है और इसकी कीमत आपक जानकर हैरान रह जाएंगे. इसमें सिर्फ आपको 40 से 70रुपये खर्चा आएगा और किडनी या पित्त की थैली की पथरी निकालने में कारगर उपचार है इससे 20 से 25mm की पथरी तक गल गल के बाहर निकल जाती है परंतु जब यह पथरी छोटी होती चली जाती है तब निकलने में थोड़ी कठिनाई होती है. अगर आपकी 20 से 25mm की पथरी है तो आप नीचे दिए गए उपाय कर सकतें हैं. इसको उपयोग करना भी बहुत ही आसान है.
गुड़हल के पाउडर को एक चम्मच रात को सोते समय खाना खाने के कम से कम एक डेढ़ घंटा बाद गर्म पानी के साथ फांक लीजिये. यह पाउडर थोडा कड़वा होता है. इसलिए आपको अपने मन को कठोर रखना पड़ेगा. किन्तु यह इतना भी कड़वा नहीं होता की आप इसको खा ना सकें. इसको खाना भी बिलकुल आसान है. किन्तु रात में इसको खाने के बाद कुछ भी खाना पीना नहीं है. इसका प्रयोग करते समय चुकंदर, पालक, भिंडी, टमाटर नहीं खाना होगा.