दुनियाभर में महामारी के दौरान यह संभव है कि लोग पहले से कहीं ज्यादा तनाव महसूस कर रहे हों. भले ही उन्हें इस बात का एहसास न हो. यह लगातार होने वाला तनाव शरीर में अजीब तरह की समस्या पैदा कर सकता है.
स्त्रियों के लिए तो यह महामारी व भी चिंता पैदा करती है, क्योंकि इससे उनके मासिक धर्म का चक्र यानी पीरियड साइकल बिगड़ सकता है. www.myupchar.com की डाक्टर मेधावी अग्रवाल का बोलना है कि तनाव एक हार्मोनल मार्ग को सक्रिय करता है जो िसोल की रिलीज को बढ़ावा देता है, जिसे स्ट्रेस हार्मोन भी बोला जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अधिक तनाव के समय शरीर में िसोल का स्तर बढ़ता है. िसोल का ज्यादा रिलीज होना प्रजनन हार्मोन के सामान्य स्तर को दबा सकता है. इससे असामान्य ओव्यूलेशन होता है जो पीरियड साइकल को बाधित कर सकता है.पीरियड्स का कभी-कभी न आना यानी एमेनोरिया तब होता है जब कोई भयावह घटना सामने आती है. दैनिक ज़िंदगी का तनाव यह भी प्रभावित कर सकता है कि महिला का पीरियड साइकल कितने समय तक चलता है. हालांकि, व भी कारक हैं जो इसका कारण बनते हैं. www.myupchar.com से जुड़े डॉ विशाल मकवाना का बोलना है कि जीवनशैली भी पीरियड्स बंद होने का कारण हो सकती है. इसमें अत्यधिक तनाव के कारण पीरियड साइकल को नियमित करने वाले दिमागी हिस्से पर उल्टा असर पड़ता है. इससे ओवुलेशन व पीरियड्स बंद हो जाते हैं. डिसमेनोरिया भी उच्च तनाव की स्थितियों से जुड़ा है. इसमें पीरियड्स के दौरान गर्भाशय में असहनीय पीड़ा होती है. जो लोग पहले से ही पीरियड का दर्द का अनुभव करते हैं, उनके इस तरह से प्रभावित होने की संभावना अधिक होती है.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह संभावना नहीं है कि यह प्रकोप पीरियड साइकल को प्रभावित करेगा, लेकिन किसी भी परिवर्तन को मॉनिटर करना महत्वपूर्ण है. तनाव पीरियड साइकल में होने वाले किसी भी परिवर्तन का दोषी होने कि सम्भावना है, जिसे महिलाएं नोटिस करती हैं, न कि . जब आप के कारण घर में रहते हुए भी हाथ धोने व स्वच्छता का एक्सरसाइज कर रहे हैं, तो अपने पीरियड उत्पादों के साथ उसी तरह की स्वच्छता रखें.तनाव दूर करने के लिए अपनाएं घरेलू उपचार www.myupchar.com के डाक्टर लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का बोलना है कि किसी भी स्थिति में तनाव को दूर करने के तरीका ढूंढ लेना चाहिए. इसके लिए कुछ घरेलू तरीका अपना सकते हैं. के पत्ते का प्रयोग तनाव की स्थिति को कम करने में मदद करेगा. प्रातः काल के पत्ते को चबा लें या फिर कुछ पत्तों को गर्म पानी में डालकर ताजा पेय बना लें. की चाय पीकर भी यह कार्य कर सकते हैं. के अतिरिक्त ग्रीन टी का सेवन भी तनाव से राहत दिलाएगा. शहद व नीबू के साथ एक कप ग्रीन टी तनाव से राहत पाने का शानदार उपाय है. अश्वगंधा की जड़ को रोज रात को एक गिलास गर्म दूध में उबाल कर पिएं. इससे नींद भी अच्छी आएगी व तनाव कम करने में मदद मिलेगी