यह शादी रणबीर सिंह रंधावा और हरदीप कौर की है। रणबीर सिंह रंधावा पंजाब स्टूडेंट यूनियन के प्रधान हैं, जबकि उनकी पत्नी हरदीप कौर कोटला यूनियन की उपप्रधान हैं। ये दोनों एक-दूसके को कॉलेज के समय से ही जानते हैं। ये दोनों पढ़ाई के दौरान गादरी बाब के जीवन और संघर्ष को लेकर शोध किया करते थे। गादरी बाबा के जीवन का प्रभाव इन दोनों के जीवन पर भी खूब पड़ा। इसी का नतीजा रहा कि इन दोनों ने अपने माता-पिता के विरोध के बावजूद भी स्टंडूेंट युुनियन के साथ संघर्ष किया और जेल भी गए।
पंजाब से थी ऐसी मोहब्बत कनाडा में रहने के बावजूद भी पंजाब के प्रति इनकी बेइंतहा मोहब्बत इन्हें पंजाब की ओर खींच लाई। इतना ही नहीं, इनका पूरा परिवार कनाडा में सेट में है, मगर इसके बावजूद भी इन्होंने पंजाब आने का फैसला किया। आपको यह जानकर हैरत हो सकती है कि कनाडा की नागरिकता मिलने के बावजूद भी इन्होंने पंजाब में अपने स्वदेश आने का फैसला किया। रणबीर बताते हैं कि इन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इनकी शादी कभी हरदीप कौर से हो जाएगी। हालांकि जब वे स्टूडेंट के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब उन्हें हरदीप कौर से शादी करने की हिदायत दी गई थी, मगर उन्होंने उस वक्त शादी से साफ इनकार कर दिया था।
महज 320 रूपए में की शादी वहीं रणबीर का कहना है कि कोरोना के कहर बीच गहराए संकट के दौरान उनकी शादी महज 320 रूपए में हुई। यह यकीनन काफी हैरान करने वाला है। अपनी शादी के बारे में बात करते हुए रणबीर ने कहा कि विवाह की रस्मों के लिए कुछ इंतजाम नहीं किए गए थे। उन्होंने बस एक दूसरे को पहनाने के लिए हार और थोड़े से लड्डू मंगवाए, जिसमें सिर्फ 320 रुपये का खर्च आया। इस कपल का कहना है कि कई बार भी इनकी शादी की तारीख मुकर्रर हुई थी। इससे पहले भी 2019 में भी शादी की तारीख मुकर्रर हुई थी, मगर स्टूडेंट के लिए संघर्ष के दौरान उन्होंने शादी की तारीख कैंसिल करवा दी थी।