पिछले कुछ दिनों से 'रामायण' द्वारा दुनिया का सबसे अधिक देखे जाने वाले शो का तमगा हासिल करने की चर्चा सभी तरफ चल रही है। दूरदर्शन ने आधिकारिक ट्वीट करते हुए इस बात की घोषणा की थी कि 16 अप्रैल को प्रकाशित हुए रामायण के एपिसोड को 77 मिलियन (7.7 करोड़) लोगों ने देखा जो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' (17.4 मिलियन) और 'बिग बैंग थ्योरी' (18 मिलियन) से कहीं अधिक है। लेकिन अब यह दावा निराधार साबित होता नजर आ रहा है। दरअसल ऐसी जानकारी सामने आई है कि अमेरिकन वॉर कॉमेडी ड्रामा टेलीविजन सीरीज 'मैश' (मोबाइल आर्मी सर्जिकल हॉस्पिटल) ने 28 फरवरी 1983 में अपने आखिरी एपिसोड के दौरान 106 मिलियन (10.6 करोड़) व्यूअरशिप हासिल की थी। यह आंकड़ा रामायण के 77 मिलियन से काफी आगे है।
बार्क का पक्ष भारत में टीवी रेटिंग देने वाली एजेंसी बार्क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोमिल रामगढ़िया के अनुसार, 'बार्क ने कभी दूरदर्शन से विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली जैसी कोई बात नहीं की है। बार्क ने तो सिर्फ 16 अप्रैल के आंकड़े के साथ ही यह बताया था कि पिछले पांच सालों में इस तरह का क्रेज देश में किसी भी सीरियल या किसी दूसरे इवेंट के लिए नहीं देखा गया था।' रोमिल ने दूरदर्शन के दावे का आधार के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से साफ मना कर दिया। साथ ही यह भी बताया कि बार्क के द्वारा तुलनात्मक आंकड़े भी साझा नहीं किए गए थे। दूरदर्शन का आधार कुछ ओर ही रहा होगा।
क्या दूरदर्शन को हुई गलतफहमी जानकारी के अनुसार दूरदर्शन ने यह बात टीवी रेटिंग्स देने वाली एजेंसी ग्लांस की एक रिपोर्ट के आधार पर दी थी। यह एजेंसी 100 से अधिक देशों में करीब सात हजार टीवी चैनल्स की रेटिंग देखती है। इसकी एक रिपोर्ट 'वन टीवी ईयर इन द वर्ल्ड' को देखने से यह प्रतीत होता है कि रामायण ने पूरी दुनिया में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह रिपोर्ट सिर्फ साल 2018 की है। इसमें इससे पहले या बाद का कुछ भी वर्णन नहीं है।
असमंजस भरा पक्ष इस बारे में प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने कुछ साफ जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'हमें इस बात की जानकारी है कि टीवी रेटिंग्स के अलावा भी लोगों की बड़ी संख्या है जिन्होंने मोबाइल से लेकर दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर यह शो देखा है। अगर हम इन आंकड़ों को भी जोड़कर देखें तो 'रामायण' की व्यूअरशिप 200 मिलियन (20 करोड़) से भी अधिक हो जाएगी। लॉकडाउन के दौरान दोबारा इस महाकाव्य को देखने के लिए बहुत सारे परिवार एक साथ आए। लोगों को घर पर सुरक्षित रखने में प्रसारण सेवा ने अपने काम को असरदार तरीके से अंजाम दिया है।'
क्या है मैश 'मैश' की बात करें तो इसका प्रसारण 17 सितंबर 1972 को शुरू हुआ था जो 28 फरवरी 1983 तक चला था। इसके 11 सीजन्स रहे जिसमें कुल 256 एपिसोड्स हैं। यह तीन आर्मी डॉक्टर्स के बारे में लिखी गई नावेल के ऊपर आधारित है। मैश कॉमेडी ड्रामा, डार्क कॉमेडी, मेडिकल ड्रामा, सिटकॉम और वॉर जैसे जोनर से सजी श्रंखला है।