नब्बे का दशक टीवी की दुनिया के लिए सबसे सुनहरा काल रहा है। यह वह दौर था जब लोग घरों में साथ बैठकर टीवी देखते थे। अधिकतर घरों में दूरदर्शन मनोरंजन का एकमात्र चैनल था। 'रामायण' और 'महाभारत' से सुबह होती थी और शाम को इंतजार रहता था फिल्मों और गानों का। लेकिन इस बीच दोपहर भी आता था। मां, दीदी, चाची, दादी, नानी, इन सब के लिए दोपहर बहुत खास हुआ करता था। पर्दे पर सास-बहू के झगड़े तो अब शुरू हुए, यह वह दौर था जब घर की महिलाएं सिर्फ 'शांति' और 'स्वाभिमान' चाहती थीं। रेणुका शाहणे से लेकर मंदिरा बेदी तक, कुछ ऐसी ऐक्ट्रेसेस थीं जो दिलों में बसती थीं।
किटू गिडवानी
'स्वाभिमान' सीरियल की कहानी शोभा डे और विनोद रंगनाथ ने लिखी थी। महेश भट्ट डायरेक्टर थे। 1995 में प्रसारित हुआ यह डेली सोप इतना पॉप्युलर था कि उस दौर में इसके 500 एपिसोड दिखाए गए थे। भारतीय टेलीविजन पर तब यह सबसे लंबा चलने वाला सीरियल था। स्वेटलाना के किरदार में किटू गिडवानी दिलों पर राज करती थीं। इस शो में मनोज वाजपेयी, अभिमन्यु सिंह जैसे कलाकार भी थे। लेकिन दिलों में छाप छोड़ रही थीं किटू गिडवानी।
रेणुका शाहणे
शाहरुख खान के मशहूर सीरियल 'सर्कस' में रेणुका शाहणे भी थीं। लेकिन उन्हें असली पहचान मिली 'सुरभि' से। 1990 से 2001 तक प्रसारित होने वाले इस शो में रेणुका के साथ सिद्धार्थ काक को-होस्ट थें। कई दर्शक तो रेणुका की प्यार भरी मुस्कान देखने ही टीवी के सामने बैठे रहते थे।
नवनीत निशान
असल जिंदगी में नवनीत को उनके परिवार और दोस्त जो भी बुलाते हों, टीवी के दर्शकों के लिए वह हमेशा 'तारा' रही हैं। 'तारा' टीवी पर प्रसारित होने वाले सबसे पॉप्युलर सीरियल में से रहा है। यह डेली सोप करीब 5 साल तक चला।
मंदिरा बेदी
मंदिरा बेदी को आज की पीढ़ी उनकी फिटनेस और क्रिकेट में दिलचस्पी के कारण पहचानती है। लेकिन एक दौर था, जब वर्षों तक लोग उन्हें 'शांति' के नाम से पुकारते थे। घुंघराले बाल, सधी हुई ऐक्टिंग और दमदार अंदाज। कहानी दो अमीर दोस्तों कामेश महादेवन और राजेश सिंह की थी। उनकी जिंदगी का एक गहरा सच था और वह थी शांति यानी मंदिरा बेदी। कहानी में प्यार, व्यापार और सौतेला परिवार सबकुछ था। कई लोगों ने तो सीरियल देखकर अपनी बेटियों का नाम शांति रख दिया।
शेफाली शाह
एक सीरियल था 'कभी कभी', शेफाली शाह उसमें राधा पाठक के रोल में थीं। इस सीरियल ने शेफाली शाह को खूब पॉप्युलैरिटी दिलवाई।
सुप्रिया पिलगांवकर
टीवी पर तब फैमिली कॉमेडी शोज नई पहचान बना रहे थे। सुप्रिया पिलगांवकर को घर-घर में लोग 'राधा वर्मा' के नाम से पहचानने लगे। 'तू तू मैं मैं' में सुप्रिया को देखते ही लोगों की हंसी छूट जाती थी। शो में राधा और उसकी सास में बिल्कुल नहीं पटती थी। इधर, टीवी के सामने सास-बहू साथ बैठकर हंसती थीं।
शिखा स्वरूप
नीरजा गुलेरी की 'चंद्रकांता' में लीड रोल प्ले किया था शिखा स्वरूप ने। रोल राजकुमारी का था और शिखा लगती भी राजकुमारी ही थीं।
कृतिका देसाई
आज के दौर के लिए कृतिका देसाई 'उतरन' फेम भले है। लेकिन वो दौर 'चंद्रकांता' और 'बुनियाद' का था। कृतिका ने 'चंद्रकांता' में जुड़वा बहनें साभ्या और राम्या का किरदार निभाया था।