कोरोना संक्रमण के कारण रूके नियमित टीकाकरण एवं आरोग्य दिवस को अब फिर से नियमित किया जाएगा। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने डीएम व सिविल सर्जन को पत्र भेज दोनों कार्यक्रमों को शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया है। जिस पर जिला प्रशासन अमल करना भी शुरू कर दिया है। सदर अस्पताल के अलावा पीएचसी, एपीएचसी, सीएचसी व हेल्थ वेलनेस सेंटर को उसके अनुरूप बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिससे कि उसे कोरोना संक्रमण मुक्त बनाया जा सके।
सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा ने बताया कि ग्रामीण स्वास्थ्य व स्वच्छता एवं पोषण दिवस को कोविड-19 से संक्रमित कंटेनमेंट व बफर जोन को छोड़कर अन्य सभी स्थानों पर प्रारंभ किया जाएगा। डीआइओ डॉ. आरकेपी साहू की माने तो प्रत्येक टीकाकरण सत्र के पूर्व सभी लक्षित लाभार्थियों को टीकाकरण स्थल व समय की सूचना आशा द्वारा दी जाएगी। जिसमें लाभार्थियों को एक तय समय के अनुसार सत्र स्थल पर आने के लिए सूचित किया जाएगा। टीकाकरण सत्र में फिजिकल डिस्टेंसिग का भी ख्याल रखा जाएगा। यदि किसी लाभार्थी अथवा उसके अभिभावक को बुखार, सर्दी-खांसी के लक्षण पाए जाते हैं, तो उस लाभार्थी को टीकाकरण के लिए नहीं बुलाया जाएगा तथा ऐसे लक्षणों वाले लाभार्थी अथवा उसके अभिभावक का अलग से सूची तैयार कर टीकाकर्मी के माध्यम से संबंधित स्वास्थ्य संस्थान को सूचित किया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध कराया जाएगा समुचित संसाधन :
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वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए नियमित टीकाकरण व आरोग्य दिवस के तहत कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक कोल्ड चेन प्वाइंट को पर्याप्त संख्या में मास्क, ग्लब्स, हैंड सेनीटाइजर व साबुन उपलब्ध कराया जाएगा। यही नहीं सैनिटाइजर व साबुन से हाथ साफ करने के बाद ही कोल्ड चैन हैंडलर वैक्सीन का वितरण करेंगे। लाभार्थियों को लेकर आने वाले परिवार के सदस्य भी निश्चित रूप से अपने मुंह एवं नाक को कपड़े के बने मास्क से ढंककर टीकाकरण स्थल पहुंचेगे। टीकाकर्मी लाभार्थी को टीका देने के पूर्व ग्लब्स सहित अपने हाथों को अनिवार्य रूप से सैनिटाइजर या साबुन साफ करेंगे। इसके अलावा टीकाकर्मी सेफ इंजेक्शन प्रैक्टिस का अनुपालन व लाभार्थी को कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधित भी जानकारी अनिवार्य रूप से देंगे। कर्मियों को नियमों का पूरी तरह से करना होगा पालन :
टीकाकरण करने वाले कर्मियों को नियमों का पालन पूरी तरह से करना होगा। सत्र स्थल पर टीकाकरण जनित कचरे का निस्तारण केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के अनुसार करना होगा। कोई वैक्सीन वायल के गिर जाने के बाद किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उसको टच कर दिया गया हो तो उस वैक्सीन वायल को नियमानुसार निस्तारित किया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में कर्मी उसे अन्य बचे हुए वैक्सिग को साथ में नहीं रखेंगे। सत्र समाप्ति के पश्चात टीकाकर्मी ग्लब्स को निकालकर साबुन से अच्छी तरह हाथ को साफ करेंगे।
Posted By: Jagran
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