सिर दर्द, हाथ पैरों की जलन, पेशाब में जलन इत्यादि समस्याओं के लिए धनिया किसी वरदान से कम नहीं है .

महिलाओं में मासिक धर्म अनियमित व असामान्‍य होने पर 6 ग्राम औषधीय धनिया का बीज लें और इसे आधा लीटर पानी में खौलाएं। इसके बाद इसमें चीनी डालकर पीयें। मासिक धर्म नियमित और सामान्‍य हो जाएगा।

धनिया शुगर रोग का दुश्‍मन है। यह शरीर में ख़ून में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित करती है। साथ ही त्‍वचा को भी ठीक रखती है।
चेहरे से मुंहासे व ब्‍लैकहेड्स को ख़त्‍म करने के लिए औषधीय धनिया की पत्तियाँ इतना लें जिसे कूचने के बाद वह एक चम्‍मच हो जाए, उसमें एक चुटकी हल्‍दी का चूर्ण मिलाकर चेहरे पर दिन में दो बार लगाएं।
लाभकारी धनिया
- सिर दर्द, हाथ-पैरों की जलन, पेशाब में जलन, आंखों में जलन आदि समस्‍या के लिए सौंफ, मिश्री व धनिया का समान मात्रा में बीज लें और पीसकर चूर्ण बना लें। 6 ग्राम चूर्ण नियमित भोजन के बाद लेने से ये समस्‍याएं दूर हो जाती हैं।
- बच्‍चों को यदि सर्दी-खांसी परेशान कर रही है तो समान मात्रा में धनिया, जीरा व बच लेकर उसका काढ़ा बना लें। भोजन के बाद यह काढ़ा 10 मिली लीटर पिलाने से बच्‍चों की यह समस्‍या दूर हो जाती है।
- औषधीय धनिया की चाय स्‍वास्‍थ्‍य के लिए काफ़ी लाभप्रद है। 2 कप पानी में थोड़ा जीरा, धनिया, चाय पत्ती, अदरक व सौंफ डालकर लगभग दो मिनट तक खौला लें। इसके बाद आवश्‍यकतानुसार चीनी या मधु डालकर इसे चाय की तरह पियें। धनिया की चाय गले की समस्याओं, अपच व एसिडिटी में काफ़ी लाभप्रद है।

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