प्राइवेट अस्पताल के 20 फीसदी बेड कोरोना पीड़ित गरीबों के लिए रखे जाएंगे आरक्षित

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने निर्णय लिया है कि शहर के सभी प्राइवेट अस्पतालों (private hospital) में स्थित covid 19 वॉर्ड के ICU में स्थित 20 फीसदी बेड कोरोना पीड़ित गरिबों के लिए आरक्षित रहेंगे। ये ऐसे मरीज होंगे जिन्हें BMC के अस्पताल प्राइवेट अस्पतालों में रेफर करेंगे।

ऐसे गरीब मरीजों को बेड के लिए भुगतान नहीं करना पड़ेगा, लेकिन राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों की प्रतिपूर्ति (reimbercment) की जाएगी।
यह निर्णय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav thackeray) ने अधिकरियों के साथ एक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई मीटिंग में लिया।
TOI से बात करते हुए, BMC कमिश्नर प्रवीण परदेशी ( BMC Commissioner parveen pardeshi) ने कहा, " हमारा मुख्य उद्देश्य है कि निजी अस्पतालों में ICU बेड और COVID बेड गरीबों के लिए भी हो।
परदेशी ने कहा कि निजी अस्पतालों में ऐसे करीब 2,000 बेड हैं जिसमें से BMC के मरीजों को 20 प्रतिशत मिलेंगे। सिविक बॉडी का आपदा कंट्रोल रूम आरक्षित बिस्तरों की प्रवेश प्रक्रिया के बारे में नागरिक और निजी अस्पतालों के बीच समन्वय स्थापित करेगा।
बैठक में भाग लेने वाले BMC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि COVID वार्डों को चलाने वाले अधिकांश निजी अस्पताल चैरिटी ट्रस्ट द्वारा संचालित संगठन हैं। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों की प्रतिपूर्ति की जाएगी जबकि मरीजों से शुल्क नहीं लिया जाएगा।
यह निर्णय लेने के पीछे महत्वपूर्ण कारक सार्वजनिक क्षेत्र के BMC अस्पतालों में आईसीयू बेड की अपर्याप्तता है। एक अधिकारी ने कहा कि मरीजों को निजी अस्पतालों में आरक्षित बेड पर रेफर करने से हमारे अस्पतालों पर बोझ कम होगा।
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि निजी अस्पताल गंभीर रोगियों से निपटने के लिए बेहतर तरीके से सुसज्जित और संचालित हैं।

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