दुनियाभर में कोरोनावायरस की महामारी ने कोहराम मचा रखा है, इससे अब तक 2 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कई शोधों में इस बात का दवा किया गया है कि कमजारे इम्यूनिटी, बीपी व मधुमेह के मरीज कोरोनावायरस की चपेट में जल्द आते हैं.
यदि आप इनमें से किसी तरह की बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको सतर्क होने की बहुत आवश्यकता है. खासकर मधुमेह रोगियों को अपने शुगर लेवल का खास ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि यह क मेटाबॉलिक बीमारियों का समूह है, जिसमें ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है. शरीर में जब इंसुलिन ठीक तौर पर काम नहीं कर पाता है या शरीर की कोशिकाए इंसुलिन को लेकर ठीक से काम नहीं करती है तो ये समस्या उत्पन्न होती है. अगर आप भी मधुमेह से पीड़ित है तो आहार में कुछ खास चीजें शामिल करने से इसे कंट्रोल कर सकते हैं. आइए जानते हैं उनके बारे में:-
साबूत दालें साबूत दालें खाना फायदेमंद शुगर के रोगियों को चाहिए कि हमेशा ही साबूत दालें जैसे मसूर, मूंग, चना व अरहर की दालें खाएं. छिलके वाली दालों में भरपूर मात्रा में फाइबर मिलता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहता है. डायबिटीज के रोगियों को उड़द की दाल खाने से बचना चाहिए. इसके साथ ही सभी प्रकार की हरे पत्तेदार व मौसमी सब्जियां खा सकते हैं. बथुआ, पालक, मेंथी के साग खा सकते हैं. सहजन की फली की सब्जी या सूप ले सकते हैं. हो सके तो दो आंवले का रस रोज सीजन भर पीएं. अच्छा रहेगा.
जौ की रोटी फायदेमंद जौ की रोटी खाना लाभकारी मधुमेह के रोगियों को गेहूं की रोटी खाने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा कम व ग्लूटेन अधिक होती है. यह दोनों ही डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छे नहीं हैं. वहीं जौ की रोटी खाने से इसमें न केवल भरपूर मात्रा में फाइबर होता है बल्कि स्टार्च भी कम होता है. सरलता से पचता भी है. शुगर लेवल कंट्रोल रहता है. इसके अतिरिक्त बाजरा, मक्का व ज्वार की रोटी खा सकते हैं. अगर किसी को इन अनाजों को खाने से गैस या कब्ज की समस्या होती है तो वे इसमें आधा गेहूं मिला सकते हैं.
रोस्टेड चने रोस्टेड चने खाने से घटता है कोलेस्ट्रॉल डायबिटीज के रोगियों का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है. इसके मरीज रोस्टेड चने, मूंगफली, चावल के मुरमुरे या पॉपकार्न खा सकते हैं. इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है. हार्ट से जुड़ी बीमारियों से भी बचाव होता है.
करेला करेला स्वाद में जितना कड़वा है उतना ही शरीर के स्वास्थ्य के लिए अच्छा भी है. ये इंसुलिन-पॉलीपेप्टाइड-पी से भरपूर होता है व ये एक जैव रसायन है. करेला खाने से शरीर में रक्त शुगर का लेवल कम होता है. इतना ही नहीं करेला में उपस्थित कई आवश्यक तत्व घटते व बढ़ते ब्लड शुगर को काबू करने में मददगार साबित होते हैं.
अलसी डायबिटीज के खतरे को कम करने लिए अलसी बहुत ज्यादा अच्छी किरदार निभा सकता है. ये इंसोल्युबल फाइबर के गुणों से भरपूर्ण है. इसकी मदद से शरीर में ब्लड शुगर स्तर काबू में रहता है. अलसी का सेवन करने से दिल रोग के खतरे को भी घटाया जा सकता है.
जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन का सेवन करना बहुत ज्यादा अच्छा रहता है. इसकी मदद से ब्लड शुगर को कोबू किया जा सकता है. जामुन एक रूप में सुपरफूड है, ये स्टार्च को शुगर में बदलने से रोकता है. इतना ही नहीं इसका सेवन करने से इंसुलिन भी नहीं बढ़ता है. वहीं, अगर आप डायबिटीज को काबू करना चाहते हैं तो रोजाना प्रातः काल खाली पेट 4 से 5 जामुनों का सेवन करें. हो सके तो जामुन पाउडर का एक चम्मच प्रतिदिन एक गिलास पानी में मिलाकर सेवन करें, इससे आप अपने डायबिटीज को बेहद सरलता से काबू कर सकेंगे.
दालचीनी भारतीय रसोई में मसाले के रूप में प्रयोग किए जाने वाली दालचीनी, मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत अच्छा स्त्रोत मानी जाती है. इसका सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को काबू पाया जा सकता है व ये इंसुलिन संवेदनशीलता भी है. वहीं, अगर आप इंसुलिन को काबू करना चाहते हैं तो इसके लिए रोजाना आधा चम्मच दालचीनी का सेवन जरूर करें.
लौंग खाने का स्वाद बढ़ाने वाली लौंग आदमी को स्वास्थ्य वर्धक बनाने के लिए कई तरह से कार्य आती है. इसमें वॉलेटाइल तेल होता है, जो एनाल्जेसिक, डाइजेस्टिव व एंटी इंफ्लेमेटरी फायदा देता है. लौंग का सेवन करना डायबिटीज मरीजों के लिए लाभदायक साबित होता है, क्योंकि ये इंसुलिन बनाने में बहुत ज्यादा मददगार होती है. इतना ही नहीं, लौंग का सेवन करना अनुवांशिक डायबिटीज में भी लाभदायक होता है.