कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से पहले पढ़े यह खबर

कोरोना वायरस आंखों से भी फैल सकता है. जब कोई पास से बोलता, खांसता या छींकता है तो उसके मुंह से स्प्रे की तरह वायरस निकलते हैं व आंखों के रास्ते शरीर के अंदर प्रवेश कर लेते हैं.

इससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. कोरोना वायरस के कारण मरीज को आइ फ्लू भी होने कि सम्भावना है. इससे बचाव के लिए अमरीकन एकडमी ऑफ आप्थमोलॉजी की ओर एक गाइडलाइन जारी कर कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है. इसमें बोला गया है कि जो बाहर निकल रहे हैं तो नाक-मुंह के साथ आंखों को ठक कर रखें. बाहर निकलते समय सनग्लास कोई दूसरा चश्मा जरूर लगाएं. ग्लूकोमा या मोतियाबिंद की लंबी चलने वाली दवाइयां का स्टॉक घर में कर लें. कॉन्टेक्ट लेंस न लगाएं गाइडलाइन में बोला गया है कि जो लोग कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं. वे आजकल इसका इस्तेमाल न करें. आवश्यकता पडऩे पर चश्मा लगा सकते हैं. लगा रहे हैं सावधानी बरतें. आंखों को मसलें नहीं कुछ लोगों की आदत होती है कि प्रातः काल उठते ही आंखों को मसलते हैं. ऐसा बल्कि न करें. आंखों में लालिमा या जलन होने पर भी आंखों को छूते रहते हैं. आप ऐसा न करें. अगर मजबूती में आंखों को छूना पड़े तो पहले 20 सेकंड तक साबुन से हाथों को अच्छे से धोने के बाद ही आंखों को छूए. बाद में भी धोएं. कब चिकित्सक को दिखाएं अभी नंबर चेक करवाने के लिए चिकित्सक के पास जाने से बचें. अगर आकस्मित से एक या दोनों आंखों से दिखना कम हुआ है, आंखों-सिर में तेज दर्द, आंखों में असहनीय जलन के साथ लालिम हो या फिर देखने के दौरान बीच में काला गोला दिखाई दे तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं. डाक्टर विपुल माथुर, नेत्र रोग विशेषज्ञ, जोधपुर

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