-केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने राजस्थान सरकार पर लगाया लॉकडाउन का सही तरीके से पालन नहीं कराने का आरोप..
जयपुर।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार पर जयपुर और जोधपुर में लॉकडाउन का सही तरीके से पालन नहीं कराने का आरोप लगाया है।
शेखावत ने दो टूक कहा कि राज्य सरकार अपनी राजनीतिक मजबूरियों के चलते इन शहरों में केंद्रीय बलों की मदद भी नहीं ले रही है।
सरकार को यह मजबूरियां छोड़कर पुख्ता नियंत्रण के विषय में सोचना चाहिए और केंद्रीय बलों की मदद लेनी चाहिए।शेखावत ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पत्रकारों से बातचीत की।
प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए सही ढंग से इंतजाम नहीं करने के मामले में उन्होंने राजस्थान सरकार को घेरा।
शेखावत ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मांग करते रहे कि प्रवासियों को उनके गृह राज्यों में भेजने की व्यवस्था की जाए।
गहलोत ने दावा किया था कि उनके पास 4 हजार बसें हैं। उन्होंने गहलोत से पूछा है कि प्रवासी राजस्थानियों को लाने के लिए जिन 4 हजार बसों की वो बात कर रहे थे, वो बसें हैं कहां?
हमें तो वो बसें नजर नहीं आ रही हैं। शेखावत ने कहा कि सही व्यवस्था नहीं होने के कारण ही अब केंद्र सरकार ने रेल के माध्यम के प्रवासियों को भेजना शुरू किया है।
राज्य में क्वारंटाइन फैसिलिटी, शेल्टर होम्स और अस्पतालों की स्थिति पर चिंता जताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन स्थानों पर ठीक से भोजन और अन्य व्यवस्थाएं नहीं होने से अनेक लोग पीड़ित हैं।
ऐसी परेशानियों से जूझ रहे लोगों के वीडियो सामने आ रहे हैं। कुछ लोग सेंध लगाकर इन स्थानों से भागने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने मांग की कि इन व्यवस्थाओं को सुचारू करने की जरूरत है।
शेखावत ने कहा कि अगर सिर्फ राज्य सरकार के भरोसे राशन वितरण रहता तो अराजकता पैदा हो जाती।
इसलिए कई सामाजिक संगठनों के माध्यम से बिना किसी भेदभाव के भोजन और राशन का वितरण किया जा रहा है।
लॉकडाउन के बाद निजी क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं खत्म होने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि रोजगार की कोई कमी नहीं आएगी। हम इस संकट को अवसर में बदलेंगे।
कई औद्योगिक घरानों से हमारी चर्चा हुई है और आने वाले दिनों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
अपने मंत्रालय के अधीन चल रहे जल जीवन मिशन पर उन्होंने कहा कि इसके तहत 1400 करोड़ रुपए का फंड राजस्थान सरकार के पास है।
उसका इस्तेमाल सरकार करे, ताकि गांवों में रोजगार मिल सके। साथ ही, गर्मी में पानी की समस्या भी दूर होगी।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने कहा कि 5 अप्रैल को रात 9 बजे पूरे देश ने कोरोना वारियर्स के प्रति सम्मान जताने के लिए दीए जलाए थे।
लेकिन कुछ ऐसी राजनीतिक पार्टियां हैं, जिन्हें चुनाव में जनता ने नकार दिया है, वो राजनीतिक जमीन को तलाश करने के लिए अनेक तरह की बातें कर रही हैं।
शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार को पर्याप्त फंड दिया गया है, लेकिन ये समय राजनीति करने और राजनीतिक भाषा बोलने का नहीं था।
शेखावत ने विश्वास दिलाया कि पैसे और संसाधनों की कोई भी कमी नहीं है। सरकार दोबारा सामान्य स्थिति लाने में जुटी है।
अभी देश को तीन जोन में बांटा गया है। हर सात दिन में समीक्षा होगी। रेड जोन ऑरेंज या ग्रीन जोन में भी जा सकता है।