कोरोना (COVID-19) महामारी के कारण कनाडा के लोगों की मानसिक सेहत बिगड़ती जा रही है। एक नए सर्वे में बताया गया है कि कनाडा में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या अब तक 3000 का आंकड़ा पार कर चुकी है। लेकिन क्या आपको पक्का पता है यहां ये मौतें सिर्फ कोरोना वायरस के कारण ही हो रही हैं।
सर्वे अनुसार कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा जिस प्रकार से तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है वैसे ही यहां मेंटल हेथ के मरीजों में भारी बढ़ात्तरी देखने को मिल रही है। सर्वे के अनुसार करीब 50 फीसदी लोगों को लगता है कोरोना का असर उनकी मानसिक सेहत पर पड़ा है। इस मामले पर वोटिंग कराने वाले एक एनजीओ एंगुस रीड इंस्टीट्यूट (ARI) ने पाया कि करीब 50 फीसदी कनाडियन्स मानते हैं कि उनकी मानसिक हालत बिगड़ती जा रही है। वहीं 10 में से एक ने बताया कि उसकी मानसिक हालत बिगड़ चुकी है।
ताजा अध्ययन में कहा गया है कि नए आंकड़ों पर नजर डालने पर कनाडा की जो तस्वीर दिखती है वह भयावह है। पिछले एक महीने में लोगों की मानसिक सेहत और ज्यादा खराब हुई है।
एआरआई ने यह सर्वे यह पता लगाने के लिए किया था कि नौकरी जाने के बाद कनाडियन्स की भावनात्मक सेहत कैसी है। अनिश्चितता के माहौल और अलग थलग रहने पर लोगों को चिंता ने जकड़ लिया है।
ऐसे किया गया सर्वे- एनजीओ की ओर से जारी किए आंकड़ों में बताया कि लोगों से पूछा गया कि वे पिछले कुछ हफ्तों से कैसा फील कर रहे हैं उसके बारे में बताएं। जवाब में ज्यादातर यानी 44% लोगों ने कहा कि वे चिंतित हैं। 41 फीसदी ने कहा उन्हें बेचैनी महसूस हो रही है तो 30 फीसदी को बोरिंग फील हो रही है। इन लोगों ने यह भी कहा कि वे कृतज्ञता का भाव फील कर रहे हैं।
इस सर्वे का मकसद यह था कि कनाडा के लोग किस हाल में इसको एक चित्र में दर्शाया जा सके। कि लोग इस मुश्किल समय का सामना किस प्रकार से कर रहे हैं। क्योंकि वह अपने जीवन में ऐसा पहली बार देख रहे हैं, मानसिक चुनौतियों से जूझने की कोशिश कर रहे हैं और आर्थिक संघर्ष से गुजर रहे हैं।
कनाडा में गुरुवार तक कनाडा पीड़ितों की संख्या 53225 पहुंच गई। वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या 3184 हो गई है।
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