रिपोर्ट : ए.के.रंजन
नई दिल्ली : लॉकडाउन को लेकर तमाम परिवहन साधन बंद पड़े है, जिस कारण लोग चाहकर भी नहीं जा पा रहें। क्योंकि इन दिनों देश में लॉकडाउन है, जिस दौरान सभी तरह के परिवहन साधनों पर रोक लगा दिय गया है। हालांकि इस दौरान कुछ ऐसे भी सुविधाओं पर रोक लगा दिया गया है, जिससे लोग लगातार जूझ रहे है, जिसमें प्रमुख समस्या आंख, कान, दांत और अन्य शारीरिक परेशानियां है। जिसे लेकर अभी तक सरकार की ओर से ऐसी कोई सुविधा नहीं मिल रही जिससे इस रोग से पीड़ित लोगों को राहत मिल सकें।
हालांकि सरकार इन सभी रोगों से निजात दिलाने के लिए प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र मोबाइल एप लेकर आये है, जिस एप पर आपको उन रोगों से संबंधित तमाम जेनेरिक दवा मिलेगी, जो आपको कई रोगों से राहत देगा। रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने आधिकारिक जानकारी देते हुए कहा कि, "3 लाख 25 हजार से अधिक लोग जनऔषधि सुगम मोबाइल एप का उपयोग कर रहे हैं। डिजिटल तकनीक का उपयोग करके लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्युटिकल विभाग के अंतर्गत भारत फार्मा पीएसयू ब्यूरो (बीपीपीआई) द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना (पीएमबीजेपी) के लिए इस मोबाइल एप्लिकेशन को विकसित किया गया है।"
उन्होंने बताया कि इस एप का उद्देश्य लोगों को डिजिटल प्लेटफार्म के तहत सुविधाएं देना है। लोग अपने मोबाइल फोन के माध्यम से उपयोगकर्ता अनुकूल विकल्पों का लाभ उठा सकते हैं। इन विकल्पों में नजदीकी जनऔषधि केंद्र का पता लगाना, गूगल मैप के जरिये नजदीकी जनऔषधि केंद्र तक पहुंचने के मार्ग का पता लगाना, जनऔषधि जेनेरिक दवाओं की जानकारी प्राप्त करना, एमआरपी के आधार पर जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं की तुलना करना, अपनी बचत का हिसाब लगाना आदि शामिल हैं।
आपको बता दें कि जनऔषधि सुगम मोबाइल ऐप एंड्राइड और आई-फोन दोनों ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। उपयोगकर्ता इसे गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, "भारत के कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में, भारत सरकार पीएमबीजेपी जैसी उल्लेखनीय योजनाओं के माध्यम से स्वास्थ्य प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। जनऔषधि केंद्रों पर 900 से अधिक गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं और 154 सर्जिकल उपकरण देश के प्रत्येक नागरिक के लिए किफायती कीमत पर उपलब्ध हैं।" आपको बता दें कि वर्तमान में, देश के 726 जिलों में 6300 से अधिक जनऔषधि केंद्र (पीएमजेएके) कार्य कर रहे हैं।