जिला मजिस्ट्रेट ने कोविड-१९ के दृष्टिगत जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण

जिला मजिस्ट्रेट श्अनुज कुमार झा ने कोविड-१९ के दृष्टिगत जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण. निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार हर शासकीय चिकित्सालय में इमरजेंसी चिकित्सीय सेवाओं के साथ तीन प्रकार की व्यवस्था की जानी है. जिसके तहत मरीज के आने पर सर्वप्रथम मरीज का थर्मल स्क्रीनिंग तथा परीक्षण के साथ- साथ पूछताछ की जाएगी, कि उसकी ट्रैवल हिस्ट्री क्या है, उसे सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार तो नहीं आ रहा है. साथ ही वह किसी संक्रमित व्यक्ति से तो नहीं मिला है. इसका अंकन एक पूर्व निर्धारित प्रोफार्मा पर दर्ज कर किया जाएगा. परीक्षण उपरांत उसमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण न मिलने पर इमरजेंसी सेवाएं देना प्रारंभ कर दिया जाएगा. यदि उसे पूछताछ व प्रारंभिक चेकअप में कोई लक्षण प्रकट होता है तो अस्पताल में बनाए गए 25-30 बेड के एक अलग वार्ड में रखकर कोरोना वायरस का सेम्पुल लिया जाएगा. साथ ही डाक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना वायरस से बचाव की सभी सावधानियों को अपनाने के साथ मरीज को इमरजेन्सी सेवाएं के तहत चिकित्सा देना प्रारम्भ करेंगे.

इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा सी.एच.सी. पूरा, ब्लॉक पूरा व सी.एच.सी. सोहावल का भी निरीक्षण किया गया. जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के सभी अस्पतालों में थर्मल स्कैनिंग तथा परीक्षण की व्यवस्था की गई है जहां पर मरीज के आने पर सर्वप्रथम उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया तदोपरांत उसका इलाज प्रारंभ किया जाएगा उन्होंने बताया कि जनपद के सभी फर्स्ट रेफरल यूनिट हॉस्पिटलों में कोविड डिलेवरी कक्ष की भी स्थापना की जाएगी. तथा एडिशनल कोविड एल-1 हॉस्पिटल के लिए सीएचसी पूरा बाजार का चयन किया गया है. इस दौरान जिलाधिकारी श्री झा ने कहा कि सभी चिकित्सालयों के डॉक्टर व स्टाफ इलाज के दौरान कोविड-19 बचाव के संबंधित सभी दिशानिर्देशों पालन करें, अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मास्क, ग्लब्स, हेड कैप आदि को लगाकर मरीजों का इलाज करें. इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 घनश्याम सिंह, सीएमएस जिला चिकित्सालय (पुरुष) डॉ0 ए. के. राय सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.

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