सिर्फ बेकार खाने से भी नहीं बल्कि स्ट्रेस भी होती है एसिडिटी, ऐसे करे इलाज

आजकल की लाइफस्टाइल में लोगों के पास लगभग वक्त नहीं बचता है। कोरोना वायरस (Corona virus) लॉकडाउन (Lockdown) के कारण भी लोगों के पास इतना स्ट्रेस है कि लोगों को सिर दर्द, पाचन संबंधी समस्याएं आ रही है। लॉकडाउन के बीच लोगों को लग रहा है कि ज्यादा खाने व कम एक्सरसाइज, टहलने के कारण उन्हें एसिडिटी बन रही है। हालांकि कुछ लोग इस बात से अंजान है कि ये वक्त सिर्फ खाने से नहीं बल्कि स्ट्रेस से भी एसिडिटी हो सकती है।

इन मंत्रों का करें जाप- शरीर से एसिडिटी समाप्त के लिए योग अवस्था में बैठ जाएं। इसके बाद गहरी सांस लें। - गहरी सांस लेने के पश्चात ॐ अग्नि देवाय नम: व मुद्रा है समान मुद्रा मंत्र का जाप करें।- इस मंत्र का जाप करते हुए 50 से 100 बार करें।क्यों लाभकारी है ये मंत्रइस मंत्र का जाप करने से मुद्रा से पेट के आसपास जो समान प्राण प्रवाहित हो रहे हैं, उससे पाचन क्रिया संतुलित होने लग जाती है। ये मंत्र एक चक्र की तरह कार्य करता है। इसमें जहरीले तत्वों को सांसों के माध्यम से बाहर निकाल देता है।क्या है मुद्रा विज्ञान- शास्त्रानुसार, मुद्रा विज्ञान को हाथों का योग बताया जाता है। शास्त्रों में बोला गया है कि मनुष्य के हाथों की पांच उंगलियां 5 तत्वों का प्रतीक है।- मान्यताओं के अनुसार, जब एक मुद्रा द्वारा पांचों उंगलियों को स्पर्श करते हैं तो इन पर प्रेशर पड़ता है।- ऐसा करने से शरीर के सभी अंग पर्याप्त तौर पर कार्य करने लगते हैं।क्यों लाभकारी है मेडिटेशन- अब तक कई शोध में यह बात सामने आई है कि ध्यान यानि की मेडिटेशन में दिमाग अल्फा स्टेट में पहुंच जाता है। इस स्टेट में शरीर में हैप्पी हॉर्मोन्स का रिसाव बढता है।- मेडिटेशन में सख्स द्वारा गहरी सांस ली जाती है व शरीर के चक्र को जगाकर संतुलन में लाया जाता है।- मेडिटेशन करने से शरीर के सभी टॉक्सिंस बाहर निकलते हैं व हैप्पी हार्मोन्स का प्रवाह बढ़ता है।

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