खसखस को पॉपी सीड्स भी कहा जाता है भारत सहित एशिया में खसखस की जनजातियों का उत्पादन और प्रयोग होता है। उसे सफेद शीट्स तक कहते हैं आमतौर पर खसखस तीन प्रकार का होता है सफेद नीला और अब आइए जानते हैं भारत सहित एशिया के ज्यादातर हिस्सों में पाई जाती है।
भारतीय रसोई में उपयोग की जाने वाली दादर खाद सामग्री अपने आप में एक तरह की औषधि होती है। खसखस में आयरन कॉपर का आरक्षण देते मिनरल्स होता है यह शरीर को मजबूत बनाने का काम करती है।
खसखस का सेवन से शरीर में ब्लड के साथ का फ्लो बढ़ता है। इससे दिमाग शांत रहता है और हैपी हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं।
खसखस के सेवन से पाचन सही तरीके से होता है पेट में एसिडिटी और गैस की समस्या नहीं होती है। शादी कब्ज की दिक्कत भी यह दूर करती है।
ऑफिस इसका कैल्शियम और जिंक पाया जाता है। हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है इसके साथ ही कॉपी किस में फास्फोरस की पाया जाता है।
संस्कृत में सेलेनियम पाया जाता है। सेलेनियम थायराइड की समस्या को दूर करता है सही मात्रा में इसका सेवन करने से थायराइड की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है।