सूरत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रहे हैं कि उन्होंने गुजरात की सरकार से अपील की है कि राजस्थान के मजदूरों को राजस्थान की बॉर्डर पर छोड़ दें, वहां से हम बसों की व्यवस्था करके पूरे राजस्थान में प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचा देंगे।
इस ऑडियो को लेकर राजस्थान के भाजपा (BJP) अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया से भी गुजरात के लोगों ने शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) एक तरफ जहां पर मजदूरों को छोड़ने की बात कह रहे हैं, वहीं सिरोही के कलेक्टर ने साफ कह दिया है कि सिरोही की जिला सीमा में कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं करेगा।
सतीश पूनिया ने गुजरात में रहने वाले राजस्थानी लोगों से अपील की है कि दोनों सरकारों के दिशा निर्देश माने और इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें। किसी भी वायरल ऑडियो या वीडियो पर भरोसा नहीं करें। सरकार की जो लिखित आदेश या निर्देश हैं, उसी के मुताबिक आगे की गतिविधि संचालित करें।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार बार-बार इस बात का जिक्र करती रहती है कि गुजरात की सरकार चाहे तो राजस्थान के प्रवासी मजदूर राजस्थान में आ सकते हैं। लेकिन दूसरी तरफ गुजरात की सीमा से सटे हुए सिरोही के जिला कलेक्टर ने लॉक डाउन से लेकर अब तक एक भी मजदूर को राजस्थान की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया है।
राजस्थान सरकार और राजस्थान के ही अंतर्गत आने वाले सिरोही जिला कलेक्टर के विरोधाभासी दिशा निर्देशों के चलते गुजरात में रह रहे प्रवासी राजस्थानी मजदूर काफी परेशान हैं। बार-बार वायरल ऑडियो और वीडियो के चलते भ्रमित हो रहे हैं। इसको लेकर राजस्थान सरकार स्पष्ट आदेश या निर्देश नहीं दे रही है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के बड़े पैमाने पर मजदूर सूरत, अहमदाबाद समेत गुजरात के दूसरे कई जिलों में काम करते हैं। तालाबंदी के चलते यह मजदूर वापस राजस्थान अपने घर आना चाहते हैं, लेकिन सिरोही जिला कलेक्टर के द्वारा सीमा में प्रवेश नहीं करने के आदेश के चलते गुजरात में अटके हुए हैं।
अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के द्वारा की जा रही इस कारस्तानी के चलते BJP राजस्थान में केंद्र सरकार से भी शिकायत की है। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की तरफ से राजस्थान के मुख्य सचिव डी बी गुप्ता को पत्र लिखकर इस तरह की भ्रमित जानकारी रोकने के लिए निर्देश दिया गया है।
इसके अलावा राजस्थान सरकार अपने कोटा जिले में पढ़ने वाले देश भर के विद्यार्थियों को अपने-अपने राज्य में भेज रही है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपने सभी छात्रों को यहां से ले जा चुकी है।
इसी तरह से जम्मू कश्मीर की सरकार भी वहां पर ले जा चुकी है दूसरे राज्य भी ले जाने में जुटी हुई हैं, लेकिन राज्य सरकार अपने मजदूरों को बुलाने में संकोच कर रही है।