किसी भी महिला के जीवन में बच्चे का जन्म काफी कुछ बदल देता है। इस दौरान उनके जीवन में मानसिक और शरीरिक तौर पर कई बदलाव होते हैं। डिलिवरी के बाद महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस, कमर के आसपास दर्द होना और गर्भावस्था के दौरान वजन का बढ़ना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर सी सेक्शन डिलीवरी है तो अमूमन पेट बढ़ ही जाता है। लेकिन आप प्रेगनेंसी के बाद बढ़े हुए पेट और वजन को बेहद आसानी से व्यायाम और योगा का सहारा ले कम कर सकती हैं। एक्सरसाइज और योगा की सहायता से आप पहले जैसी सुंदर और सुडौल बन सकती हैं। लेकिन प्रसव के दो महीने के बाद ही किसी प्रकार का योग करना चाहिए। आइए जानते हैं कुछ खास योगासनों के बारे में जो डिलीवरी के बाद बढ़े वजन को घटाने में मदद कर सकता है।
हलासन हलासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले जमीन पर दरी बिछा लें। इसके बाद जमीन पर बिछी दरी पर सीधा लेट जाएं। अब अपने दोनों हाथो को जमीन पर रखें और पैरों को आपस में जोड़ लें। अब अपने दोनों पैरो को धीरे से उठाकर अपने नितम्ब को भी हल्का सा ऊपर उठा लें। अब अपने हाथों की मदद से अपने दोनों पैरो को सिर के पीछे जमीन की तरफ ले जाएं। अब अपने पैर और घुटनों को सीधे रखें और अपने हाथों को नितंम्ब के बगल पर ही रखें। इस स्थिति में थोड़ी देर रहने के बाद वापस आ जाएं। ध्यान रहे कि अगर किसी व्यक्ति को रक्तचाप एवं हृदय की समस्या है तो उसे यह आसान नहीं करना चाहिए।
वीरभद्रासन वीरभद्रासन से पीठ में खिंचाव पैदा होता है तथा कंधे, बाजू और पीठ की मांसपेशियां सबल होती हैं। इसके अभ्यास के लिए सीधे तनकर खड़े हों। अब अपने दाएं पैर को 2 से 4 फीट तक आगे ले जाएं। दाएं घुटने को हल्का-सा मोड़ दें और इस बात का ध्यान रखें कि बायां पैर सीधा हो तथा उसका तलवा जमीन के साथ लगा हो। गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर करें। कंधों को आरामदायक स्थिति में रहने दें और दोनों कानों को अपने कंधे के पास न आने दें। फिर सांस धीरे-धीरे छोड़ते हुए पूर्वावस्था में आ जाएं। इस प्रकिया को बाएं पैर से भी दोहराएं।
पश्चिमोत्तासन पश्चिमोत्तासन आपकी कमर को टोन करने में मदद करेगा। यह शरीर की अतिरिक्त चर्बी को गलाने में मदद करता है। इसे करने से शरीर में रक्तप्रवाह बेहतर तरीके से होता है। पश्चिमोत्तासन वजन कम करने में मदद करता है।