कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण के कारण अस्पतालों में भर्ती हुए न्यूयॉर्क के 88 प्रतिशत रोगियों ने वेंटिलेटर पर आने के बाद दम तोड़ दिया, वह भी न्यूयॉर्क के सबसे बड़े अस्पतालों के आधुनिक उपकरणों से लैस गहन चिकित्साइकाई केन्द्रों में.
मार्च में संक्रमितों के विस्फोट के बाद वेंटिलेटर्स को ज़िंदगी रक्षक उपकरण के तहत जरूरी मानकर सुमचित व्यवस्था की गई. लेकिन बावजूद इसके न्यूयॉर्क की सबसे बड़ी स्वास्थ्य प्रणाली के बारे में पत्रिका जामा में प्रकाशित एक रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने पाया कि अस्पताल में भर्ती ऐसे 20 प्रतिशत रोगियों की मौत हो गई. जबकि वेंटिलेटर पर लेटे रोगियों के लिए यह संख्या व भी गंभीर है.
अध्ययन में ट्रैक किए गए वेंटिलेटर पर 320 कोविड-19 रोगियों में से 60 से 70 प्रतिशत रोगियों की मौत हो गई. शोधकर्ताओं ने 1 मार्च से 4 अप्रैल के बीच कोविड-19 से संक्रमित 12 बड़े अस्पतालों के 5700 रोगियों के इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड को देखकर उसका विश्लेषण किया था. इन मरने वाले रोगियों में 60 प्रतिशत पुरुष व 40 प्रतिशत महिलाए ंथीं जिनकी औसत आयु 63 साल थी. रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि इन मरने वालों में 57 फीसदी को उच्च रक्तचाप, 1 फीसदी को फैट की चर्बी व 34 फीसदी को मधुमेह था.