आजकल मोटापा एक आम समस्या बन गया है। और इसका कारण है गलत जीवनशैली। दिन भर ऑफिस में बैठे-बैठे कमर और पेट के पास अतिरिक्त चर्बी जम जाती है, जो देखने में खराब लगता है। ऐसे में लोग अक्सर फैट लॉस और वेट लॉस के बारे में जानकारी लेते रहते हैं। लेकिन क्या आपको फैट लॉस और वेट लॉस में अंतर पता है? शरीर में जमा हुए चर्बी को कम करने को फैट लॉस और बढ़े वजन को कम करने को वेट लॉस कहते हैं।
अक्सर लोग इस गलतफहमी में रहते हैं कि शरीर का वजन कम हो रहा है तो हम सही दिशा में हैं लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। फैट लॉस के लिए अगर आप जिम जाते हैं और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हैं तो हो सकता है शरीर से चर्बी कम हो जाए लेकिन मसल्स बढ़ने से वजन बढ़ सकता है। ऐसे में हमारे शरीर में फैट बढ़ने के बजाय मांसपेशियों का बढ़ना बहुत बढ़िया होता है। ठीक इसके विपरीत अगर फैट लॉस के साथ मसल्स भी कम हो जाए तो हमारे शरीर के लिए सही नहीं है। ऐसा होने से आप कमजोर हो सकते हैं, जो अनफिट होने का संकेत है।
शरीर के लिए फैट जरूरी है या मसल्स? वजन कम करना तो बेहद आसान है। इसके लिए आप अपना आहार कम कर दें और कोई वर्कआउट न करें। लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी फैट लॉस है। क्योंकि फैट के वजह से हमारा शरीर सुंदर नहीं दिखता है। फैट लॉस के लिए सही डाइट प्लान के साथ ट्रेनर से उचित सलाह लेनी चाहिए। कई लोग इस भ्रम में रहते हैं कि वेट लॉस हो गया तो वो फिट हो गए।
वजन कम करना बहुत ही आसान है। आप बहुत कम समय में इसे कर सकते हैं। अगर आपको किसी शादी, फंक्शन या किसी वजह से वजन कम करना है तो आप एक्सट्रीम डाइट के माध्यम से 5 से 6 किलो तक वजन आसानी से कम कर सकेंगे।
हालांकि हमारे शरीर को फैट की भी जरूरत होती है, जिसे हम असंतृप्त वसा या अनसैचुरेटेड फैट कहते हैं। इसके लिए ओमेगा 3 और ओमेगा 6 वाले आहार का सेवन करना चाहिए। कुल मिलाकर फैट लॉस ही जरूरी है वेट लॉस एक भ्रम मात्र है।