लॉकडाउन और कोरोनावायरस के बीच आज फिर मोदी जी ने लोगों को संबोधित किया। ये संबोधन वह अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए कही। मन की बात का यह 64वां संस्करण है। बता दें कि 'मन की बात' कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ही प्रसारित होता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए नरेंद्र मोदी जी ने देश में चल रही स्थितियों, लोगों का हौंसला बढ़ाने के साथ-साथ त्यौहारों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, "कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण सभी लोग सादगी से अपने घर में त्योहार मना रहे हैं।"
अक्षय तृतीया पर बोलें पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, "आज अक्षय तृतीया है। जिसे समाप्त या नष्ट नहीं किया जा सकता है वह है 'अक्षय'। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम चाहे कितनी भी रुकावट और बीमारियों का सामना करें, उनसे लड़ने की हमारी भावना अक्षय है।"
उन्होंने कहा, "हमारे किसानों की कड़ी मेहनत के कारण, हम सभी के पास अन्न के भंडार हैं। अगर हम अक्षय बने रहना चाहते हैं तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी पृथ्वी अक्षय हो।"
लोगों ने लॉकडाउन के नियमों का पालन किया
पिछले दिनों ही हमारे यहां बिहू, बैसाखी, पुथंडू, विशू, ओड़िया न्यू ईयर ऐसे अनेक त्योहार आए, जिसे लोगों ने घर में रहकर सादगी से मनाया और लॉकडाउन के नियमों का पालन किया। हमारे ईसाई दोस्तों ने ईस्टर भी घर पर ही मनाया है।
उन्होंने कहा कि रमजान का भी पवित्र महीना शुरू हो चुका है। अब अवसर पर संयम, सद्भावना, संवेदनशीलता और सेवा-भाव का प्रतीक बनाएं। पहले से ज्यादा इबादत करें ताकि ईद आने से पहले दुनिया कोरोना से मुक्त हो जाए।
लोगों में आए पॉजिटिव बदलाव
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लोगों के लाइफस्टाइल, रोजाना की आदतों में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं। अब लोग सेहत को लेकर सतर्क हो गए हैं। आज दुनियाभर में लोग भारत के योग व आयुर्वेद की ओर देख रहे हैं।