लड़कियां लडक़ों की बजाय लड़कियों को ताकती है। उनका अधिकतर समय एक दूसरे को देखने में गुजर जाता है। लड़कियां दूसरी लड़कियो के लुक्स को देखने में ज्यादा समय बिताती है। ऐसा करना साइटिंफिकली सही भी है। इसलिए ताकती है लड़कियाँ:
# लड़कियां दूसरी लड़कियों का हेड टू टो एनालाइज करती है कि सामने वाली के बाल कैसे है और यहां तक की उसकी स्किन का टेक्सचर कैसा है वगैरह।
# थोडी मोटी लड़कियां देखती है कि सामने वाली कितनी पतली है या उसका ड्रेस कितना फिट है। लड़कियों की आंखों में लगा एक्स रे ये पता कर लेता है कि दूसरी लडकी अपना कितना ख्याल रखती है।
# ये दिलचस्प सर्वे लंदन में किया गया। और पाया गया कि लडक़ों से ज्यादा लड़कियों की दिलचस्पी लड़कियों में ही होती है। इसे किसी और तरीके में ना लें।लड़कियां लडक़ों की बजाय लड़कियों को ताकती है। उनका अधिकतर समय एक दूसरे को देखने में गुजर जाता है। लड़कियां दूसरी लड़कियो के लुक्स को देखने में ज्यादा समय बिताती है। ऐसा करना साइटिंफिकली सही भी है। इसलिए ताकती है लड़कियाँ:
# ये दिलचस्प सर्वे लंदन में किया गया। और पाया गया कि लडक़ों से ज्यादा लड़कियों की दिलचस्पी लड़कियों में ही होती है। इसे किसी और तरीके में ना लें।