अगर आप सुबह काला नमक और पानी मिलाकर पीना शुरु कर दें तो आपको काफी स्वास्थ्य लाभ पहुंच सकता है। सफेद नमक हमारे स्वास्थ्य के लिये हानिकारक होता है इसलिये उसका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिये जबकि स्वास्थ्य की दृष्टि से काले नमक का सेवन ही करना चाहिये।
काला नमक हर किसी के किचन में आसानी से मिल जाता है। आयुर्वेद के अनुसार प्रतिदिन काले नमक का सेवन हमारे शरीर के लिये अत्यंत लाभकारी होता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, हाई बीपी, डिप्रेशन और पेट की तमाम बीमारियों से मुक्ति मिल सकती है। इसमें 80 प्रकार के खनिज पाये जाते हैं।
# काला नमक ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। काला नमक छोटे बच्चों के लिए सबसे अच्छा है। यह अपच और कफ की जमावट को सीने से हटाता है। अपने शिशु के भोजन में थोड़ा सा काला नमक रोजाना मिलाएं क्योंकि इससे उनका पेट भी ठीक रहेगा और कफ आदि से भी छुटकारा मिलेगा।
# काले नमक में मौजूदा खनिज हमारी तंत्रिका तंत्र को शांत करता है। जो कोर्टिसोल और एड्रनलाईन, जैसे दो खतरनाक सट्रेस हार्मोन को कम करता है। इसलिये इससे रात को अच्छी नींद लाने में मदद मिलती है।
# काले नमक में मौजूद खनिज एंटीबैक्टीरियल का काम भी करते हें। इसकी वजह से शरीर में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया का नाश होता है। यह पाचन को दुरस्त करके शरीर की कोशिकाओं तक पोषण पहुंचाता है, जिससे मोटापा कंट्रोल करने में मदद मिलती है। समुद्री नमक छोड़कर आपको इस नमक को अपने आहार में शामिल करना चाहिये।
# मासपेशियों के दर्द और जोड़ों के दर्द से यह नमक आराम दिलाता है। आपको एक कपड़े में 1 कप काला नमक डालकर उसे बांध कर पोटली बनानी है। इसके बाद उसे किसी पैन में गरम करें और उससे जोड़ों की सिकाई करें। इसे दुबारा गरम करके फिर से दिन में दो बार सिकाई करें।
# अगर गैस की समस्या से छुटकारा पाना है तो एक कॉपर का बरतन गैस पर चढाएं, फिर उसमें काला नमक डालकर हल्का चलाएं और जब उसका रंग बदल जाए तब गैस बंद कर दें। फिर इसे आधा चम्मच लेकर एक गिलास पानी में मिक्स करके पियें।
# क्षारीय प्रकृति होने के कारण यह पेट में जाकर वहां बनने वाले एसिड को काटता है और सीने की जलन तथा एसिडिटी को ठीक करता है। काला नमक खाने से रक्त पतला होता है जिससे वह पूरे शरीर में आराम से पहुंचता है। इससे हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर ठीक होता है।