वर्तमान समय के बदलते परिवेश में सही खानपान और शारीरिक क्रियाओं पर ध्यान ना दे पाने की वजह से जोड़ों की मजबूती में कमी आई हैं और दर्द की समस्या पनपने लगती हैं। खासतौर से बुजुर्गों में अर्थराइटिस की समस्या होने लगती हैं और इसका असहनीय दर्द पूरे शरीर को तोड़ कर रख देता है। ऐसे में आपको अपने आहार पर ध्यान देने की जरूरत होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे आहार लेकर आए हैं जो जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करेंगे। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
आलू का रस आलू एक ऐसा फूड है जो आपकी बड़ी आसानी सभी लोगों के घर में मिल जाता है। बहुत से लोग इसका नियमित रूप से भी सेवन करते हैं और कुछ लोग कभी-कभी ही आलू को अपनी डायट में शामिल करते हैं। वहीं, आलू रस का सेवन करने वाले लोग अर्थराइटिस की चपेट में आने से बचे रहते हैं। इसका कारण यह है कि आलू के रस में शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने का गुण पाया जाता है। इसलिए जो लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं वह लोग भी नियमित रूप से आलू के रस का सेवन करके गठिया के कारण होने वाले दर्द से काफी हद तक आराम पा सकते हैं।अदरक अदरक का सेवन तो हम लोग नियमित रूप से अपने किसी न किसी खाद्य पदार्थ में करते ही हैं। वहीं, बहुत से लोग अदरक का सेवन चाय के जरिए भी करते हैं। दरअसल, अदरक का सेवन करने के कारण शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन का स्तर काफी कम हो जाता है जो अर्थराइटिस के कारण होने वाले दर्द से निजात दिलाने में सक्रिय रूप से कार्य करता है। इसलिए अर्थराइटिस के दर्द से परेशान लोगों को नियमित रूप से अदरक का सेवन जरूर करना चाहिए।
लहसुनलहसुन एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो रोजाना हमारी सब्जियों में यह दाल में जरूर प्रयोग होता है। इसके जरिए भी गठिया के दुष्प्रभाव को कम करने में काफी मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए भी मुमकिन हो सकता है क्योंकि लहसुन में एंटी इन्फ्लेमेटरी और पेन रिलीविंग गुण पाया जाता है। यह गुण गठिया में होने वाली सूजन को कम करने के लिए काफी प्रभावी माना जाता है। इस कारण जो लोग गठिया का शिकार हैं वो अपनी डाइट में लहसुन को शामिल करना न भूलें।हल्दी जो हल्दी का सेवन नियमित रूप से करते हैं वह अर्थराइटिस की चपेट में आने से बचे रहेंगे। दरअसल, हल्दी में करक्यूमिन नामक एक ऐसा गुणकारी तत्व पाया जाता है जो जोड़ों पर होने वाले सूजन को कम करने के काम आ सकता है। आप चाहें तो हल्दी को गर्म करके इसे दर्द वाले स्थान पर लगा भी सकते हैं। यह आपको इसके दर्द से बचे रहने में काफी राहत प्रदान करेगा।