प्रेगनेंसी के दौरान सिमित मात्रा में ड्राई फ्रूट्स का सेवन किया जा सकता है क्योंकि ड्राई फ्रूट्स पोषक तत्वों की खान होते हैं। तो आज इस आर्टिकल में हम एक ऐसे ही ड्राई फ्रूट की बात करने जा रहे हैं जिनका सेवन गर्भावस्था के दौरान बहुत फायदेमंद होता है। और वो है किशमिश, किशमिश में फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। और किशमिश के सेवन के फायदे को बढ़ाने के लिए किशमिश का सेवन भिगोकर करना चाहिए। तो आइये अब जानते हैं कुछ ऐसे फायदों के बारे में जो गर्भवती महिला को किशमिश को भिगोकर उसका सेवन करने से मिलते हैं।
हड्डियां मजबूत होती हैं
प्रेग्नेंट महिला यदि भीगी हुई किशमिश का सेवन करती हैं तो ऐसा करने से प्रेग्नेंट महिला को भरपूर मात्रा में कैल्शियम व् मैग्नीशियम मिलता हैं। जो गर्भवती महिला की हड्डियों को मजबूती देने के साथ माँ के पेट में पल रहे बच्चे की हड्डियों व् दांतों के बेहतर विकास में भी मदद करती हैं।
प्रेग्नेंट महिला रहती हैं ऊर्जा से भरपूर
भीगी हुई किशमिश में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी मौजूद होती हैं। ऐसे में यदि रोजाना प्रेग्नेंट महिला भीगी हुई किशमिश का सेवन करती हैं। तो इससे प्रेग्नेंट महिला को ऊर्जा से भरपूर व् एक्टिव रहने में मदद मिलती हैं।
खून की कमी होती हैं दूर
भीगी हुई किशमिश में आयरन की मात्रा भी मौजूद होती हैं। और आयरन की जरुरत प्रेगनेंसी के पूरे नौ महीने महिला को होती है। क्योंकि इससे प्रेग्नेंट महिला को बहुत सी परेशानियों से बचे रहने व् बच्चे के बेहतर विकास में मदद मिलती हैं। इसीलिए गर्भवती महिला को भीगी हुई किशमिश का सेवन जरूर करना चाहिए ताकि प्रेग्नेंट महिला को खून की कमी के कारण होने वाली परेशानियों से बचे रहने में मदद मिल सके और माँ व् बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकें।
पाचन तंत्र रहता हैं दुरुस्त
गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने व् बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण गर्भवती महिला को पाचन तंत्र से जुडी समस्या जैसे की कब्ज़, एसिडिटी, पेट में जलन आदि का सामना करना पड़ सकता हैं। और अधिकतर गर्भवती महिलाएं इस समस्या से परेशान हो सकती हैं। लेकिन भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला इस परेशानी से निजात पा सकती है। क्योंकि किशमिश में मौजूद फाइबर प्रेग्नेंट महिला की पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
प्रेगनेंसी में छोटी छोटी परेशानियों से मिलता है निजात
गर्भावस्था के दौरान महिला को मॉर्निंग सिकनेस, भूख में कमी, घबराहट महसूस होना, थकान व् कमजोरी होना आम बात होती है। लेकिन भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को इन परेशानियों से निजात मिलता है क्योंकि किशमिश में पोटैशियम, मैग्नीशियम व् अन्य मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो गर्भवती महिला को फिट रखने व् प्रेगनेंसी में होने वाली छोटी छोटी परेशानियोंसे निजात दिलाने में मदद मिलती है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
भीगी हुई किशमिश में एंटी ऑक्सीडेंट्स व् अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो गर्भवती महिला की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। जिससे प्रेग्नेंट महिला को हर तरह के संक्रमण से बचे रहने में मदद मिलती है। साथ ही इससे शिशु की इम्युनिटी भी बढ़ती हैं।
विषैले पदार्थों को निकालता है बाहर
यदि प्रेग्नेंट महिला भीगी हुई किशमिश का सेवन करती है तो इससे बॉडी में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। जिससे प्रेग्नेंट महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल रहता है कण्ट्रोल
गर्भावस्था के दौरान यदि प्रेग्नेंट महिला भीगी हुई किशमिश का सेवन करती है तो किशमिश महिला के कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने व् हदय को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
वजन रहता है नियंत्रित
गर्भवती महिला का वजन जरुरत से ज्यादा बढ़ना माँ व् बच्चे दोनों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। लेकिन भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से किशमिश में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स वजन को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
उर्जा मिलती है
भीगी हुई किशमिश में फ्रक्टोस और ग्लूकोज़ बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है जो गर्भवती महिला को उर्जा प्रदान करते हैं। इसीलिए सीमित मात्रा में इसका सेवन करने से कमजोरी नहीं आती और थकान जैसी परेशानी से भी प्रेग्नेंट महिला को बचे रहने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ फायदे जो भीगी हुई किशमिश का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला व् बच्चे को मिलते हैं। ऐसे में इन फायदों के लिए और प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली कॉम्प्लीकेशन्स को कम करने के लिए गर्भवती महिला को भीगी हुई किशमिश का सेवन जरूर करना चाहिए।