लॉकडाउन की वजह से ब्लड बैंक में खून की कमी भी काफी देखने को मिल रही है। हालांकि बहुत से लोग ब्लड डोनेट करने के लिए आगे आ रहे हैं। सिर्फ आम लोग ही नहीं पुलिस कर्मी भी रक्तदान के आगे आ रहे हैं।
हाल ही में नोएडा के एक सरकारी हॉस्पिटिल में नेहा ठाकुर नाम की महिला की डिलीवरी होनी थी लेकिन COVID-19 लॉकडाउन की वजह से उनके रिश्तेदार व पति हॉस्पिटल नहीं पहुंच पाए। ऐसे में उत्तर प्रदेश के एक पुलिस कर्मी ने ऑपरेशन के दौरान महिला की मदद के लिए अपना रक्त दान किया।
24 साल की नेहा ठाकुर दिल्ली में रहती हैं लेकिन पिछले 6 महीने से नोएडा में अपने माता-पिता के साथ रह रही हैं। उसके पिता ने बताया कि प्रसव के लिए उसे सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन के लिए दो यूनिट रक्त की जरूरत थी। उनके 28 वर्षीय पति भी लॉकडाउन के दौरान वहां नहीं पहुंच सके क्योंकि वह दिल्ली के नजफगढ़ में अपने घर पर फंस गए थे।
उनके पिता ने रक्तदान के लिए दिल्ली में अपने रिश्तेदारों को फोन किया लेकिन लॉकडाउन के कारण वे आने में असमर्थ थे। उनके पास भी कोई वाहन नहीं था और एक पास या अनुमति प्राप्त करने में बहुत समय लगता था इसलिए उन्होंने आपातकाल के लिए 112 को कॉल किया। नेहा के पिता दिलीप मिश्रा ने बताया, "मैंने पुलिस से मदद मांगी और 2 पुलिसकर्मी जल्द ही पहुंचे, जिनमें से एक ने मेरी बेटी की मदद के लिए ब्लड डोनेट किया।"
एक पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, जब उन्हें एमरजेंसी कॉल मिला तो सभी को संदेश भेजा गया था कि क्या कोई रक्तदान कर सकता है। उन्हें पुलिस प्रतिक्रिया वाहन (पीआरवी) 4687 पर तैनात अधिकारियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इसके बाद कॉन्स्टेबल हरेंद्र कुमार और पीआरवी पायलट प्रदीप कुमार तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे और हरेंद्र कुमार ने सेक्टर 27 के कैलाश अस्पताल में ब्लड डोनेट किया। इसके बाद ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद नेहा ने बेटी को जन्म दिया। फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
इस मानवीय कार्य के लिए लखनऊ में डायल 112 मुख्यालय की ओर से कांस्टेबल हरेंद्र कुमार और प्रदीप कुमार को 5,000 रुपये (Dh240) दिए गए हैं।