दुनियाभर में किताबों को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल अप्रैल महीने के 23 तारीख को विश्व पुस्तक दिवस मनाया जाता है। इस दिन को यादगगार बनाने के लिए कई पुस्तकालयों में दुर्लभ किताबों की प्रदर्शनी लगाई जाती है ताकि लोगों के मन में किताबों के प्रति प्रेम जागृत हो सके। पहली बार विश्व पुस्तक दिवस की शुरुआत यूनेस्को ने 23 अप्रैल 1995 को किया था, जिसके बाद से ही दुनिया के कई देशों में इस दिवस को मनाया जा रहा है। पुस्तक दिवस के खास अवसर पर आज हम आपको किताबों को लेकर महान हस्तियों के अनमोल विचार के बारे में बताएंगे।
नौ रत्नों से बढ़कर, किताब अनमोल रत्न है, जिसकी कोई कीमत नहीं है। महात्मा गांधी विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मैं यही कहूंगा कि, वही मेरा सबसे अच्छा दोस्त है, जो मुझे ऐसी किताब दे जो आज तक मैंने न पढ़ी हो। अब्राहिम लिंकन विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विचारों के युद्ध में किताबें ही अस्त्र होती हैं। बनार्ड शों विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
यदि आप वही किताब पढ़ते है, जो और लोग पढ़ रहे हैं, तो यकीन मानो आप वही बनोगे, जो वह लोग बनते हैं। हरुकी मुराकामी विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
किताबों में वह शक्ति होती है, जो किसी नरक को स्वर्ग बना देती है। लोकमान्य तिलक विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
एक बुरी किताब पढ़ना, जहर पीने के समान होता है। टालस्टाय विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
किताबें पढ़ने की दो वजह होती हैं, पहला की आप उसके बारे में डींगे हाक सकें और दूसरा उस किताब का लुत्फ उठा सकें। बेरट्रेंड रसेल विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं