कोरोना संकट: इस वायरस से बचाव के लिए करे इन टिप्स को फॉलो

दुनियाभर में महामारी बन चुके कोरोना वायरस थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक शोध में दावा किया गया है कि यह प्लास्टिक में 72 व स्टील की सतह पर 48 घंटे तक जीवित रह सकता है.

ऐसे में अगर मार्केट से सामान ला रहे हैं तो आपको व भी ज्यादा सतर्क रहना होगा. इसके लिए बाजार से घर के अंदर सामान लाने से पहले उसे घर के बाहरी हिस्से में 72 घंटे के लिए रख दिया जाए तो संभावित वायरस निष्क्रिय होने कि सम्भावना है.
जब भी किसी वस्तु को मंगाए तो इस बात का खास ध्यान रखें कि डिलीवरी देने वाले के सम्पर्क में ना आएं, उससे घर के पास सीढियों पर ही सामान रख के जाने के लिए कहें. अगर आप बाहर जा रहे हैं सामान लेने के लिए तो अपना चेहरा व हाथ कवर करके जाएं.
घर में आने से पहले आउटर पैकेट को डिस्पोज कर दें. इसके बाद सभी पैकेज व कंटेनर्स को वॉश बेसिन में रखें. इसे कहीं टेबल पर मत रखें. इसे अच्छे से धोने के बाद फर्श व सिंक को भी डिस्इंफेंक्ट कर दें. सभी सामान को उनकी जगह में रखने के बाद बैग व कंटेनर्स को फेंक दें. आप पैकेज की सरफेस को साधारण ढंग से डिस्इंफेंक्ट कर दें व इसे सूखने दें. इसके बाद अपने हाथों को अच्छे से धोएं । अगर आप बाहर गए थे तो आप नहाना चाहिए. अगर आपको लगता है कि इसमें अभी भी कुछ इंफेक्शन होने कि सम्भावना है तो आप उसे 24 घंटे के बाद ही छुएं.वि श्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर संक्रमित सतह को छूने के बाद अगर आप उन हाथों से आंख, मुंह या चेहरा छूते हैं तो वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है. वर्जीनिया-वेटरनरी मेडिसिन कॉलेज की महामारी विशेषज्ञ प्रो। चार्लोट बेकर कहती हैं कि सुपर बाजार में संक्रमण का खतरा हर स्तर पर है इसलिए लोगों से छह फीट की दूरी बनाकर रखें. मास्क लगाएं व चेहरे पर हाथ रखने से रुके. खासकर सब्जी दुकानों पर विशेष ध्यान रखें.
कोरोना के स्ट्रेन हवा में तीन घंटे, कॉपर की सतह पर 4 घंटे, स्टेनलेस स्टील पर 48 घंटे व प्लास्टिक में 72 घंटे तक जीवित रह सकते हैं. लेकिन लकड़ी पर दोनों के कायम रहने की अवधि भिन्न-भिन्न दर्ज की गई. कोरोना तकरीबन 24 घंटे तक कार्ड बोर्ड पर उपस्थित मिला जबकि सार्स वायरस महज आठ घंटे तक ही कार्ड बोर्ड पर उपस्थित मिला

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