Coronavirus: फेल हो रहे हैं रैपिड टेस्टिंग किट, अगले दो दिनों तक रैपिड टेस्टिंग पर रोक

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच केंद्र सरकार ने रैपिड टेस्टिंग की इजाजत दी. बकायदा इसके लिए विदेशो से किट भी मंगवाई गईं, लेकिन कुछ स्थानों पर गलत रिजल्ट आने के बाद अगले दो दिनों तक रैपिड टेस्टिंग को रोक दिया गया है.

देखिये फिक्र आपकी सोमवार से शुक्रवार टीवी 9 भारतवर्ष पर हर रात 9 बजे
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के संक्रामक रोग के विभागाध्यक्ष डॉ आर गंगाखेड़कर ने कहा कि दो दिनों तक इसे रोका गया है. उन्होंने कहा कि कुछ जगहों से रैपिड टेस्टिंग किट में परेशानी की खबर आई है.
ICMR की टीम करेंगी सर्वे
डॉ आर गंगाखेड़कर ने कहा कि ICMR की आठ टीमों को हमने फील्ड में भेजने का फैसला किया है. यह टीम फील्ड में इस्तेमाल हो रहे रैपिड टेस्टिंग किट का अध्ययन करेंगी. अध्ययन के बाद जो परिणाम आएगा उसी के आधार पर फैसला लिया जाएगा.
क्या फेल हुआ किट!
देश के कुछ कोरोना प्रभावित जगहों पर रैपिड टेस्टिंग के परिणाम और RTPCR के परिणाम में फर्क आया. इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने जब इसपर रिसर्च करना शुरू किया तब पाया कि रैपिड टेस्टिंग किट में कुछ गड़बड़ी है. इसके बाद ही रैपिड टेस्ट को रोका गया.
रैपिड टेस्टिंग किट का फील्ड टेस्ट
सूत्रों की माने तो कभी-कभी लैब टेस्ट और फील्ड टेस्ट के परिणाम में फर्क आ जाता है. रैपिड टेस्टिंग किट का पहली बार फील्ड टेस्ट हो रहा है. संभव है किसी खास रैपिड टेस्ट किट बैच में परेशानी हो या सभी तरह के किट में दिक्कत है, यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा.
जांच का दायरा प्रभावित
कोरोना संक्रमण को रोकने में जुटे स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चूंकी किसी मरीज में कोरोना है या नहीं इसका आधार यह टेस्ट है. उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्टिंग किट से केवल एक दिशा मिलती है, लेकिन यदि इसका परिणाम कुछ और आता है तो कोरोना से लड़ने में विपरीत प्रभाव पड़ता सकता है.

अन्य समाचार