आजकल लॉक डाउन के बीच आपको गोलगप्पो की बहुत याद आ रही होगी। और गोलगप्पे का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ गया होगा। पानीपुरी का चटापटा पानी बहुत सारे मसालों से मिलकर बनता है जो एसिटिडी और पेट दर्द जैसी समस्याओं का खात्मा करता है। गोलगप्पेवाला अक्सर पूछता है, रवे के या आटे के? तो अगली बार जब वह आपसे यह सवाल पूछे तो उसे आटे के गोलगप्पे खिलाने के लिए कहें। यह आपके वजन कम करने के टार्गेट को पूरा करने में मदद करेगा। साथ ही भरावन में छोले या मटर के बजाए मूंग या चने की दाल का प्रयोग ज्यादा फायदा पहुंचाएगा।
वजन करता है कम - हरदिल अजीज गोलगप्पा, बताशा या पानीपुरी के पानी को थोड़ी सावधानी के साथ बनाया जाए तो यह बढ़ते वजन की आपकी बहुत बड़ी समस्या में राहत दिला सकता है। सबसे पहली बात तो यह कि इसमें मीठा बिलकुल न हो और पुदीना, हींग, नींबू व कच्चा आम मिला दिया जाए। पानी में टमाटर का भी उपयोग न किया गया हो तो बेहतर है। साथ ही गोलगप्पे को रवे की बजाए आटे से बनाना व कम तलना फायदेमंद रहेगा।
मुंह के छाले करे ठीक - पुचके के पानी में का तीखा और खट्टा स्वाद मुंह के छालों में राहत दिलाने का काम करता है। इसमें जलजीरा, पुदीना व इमली होती है। इनका तीखापन व खट्टापन पेट साफ करने के साथ छालों का पानी निकालकर उन्हें सूखा देता है।
एसिडिटी में लाभ - सफर के दौरान कुछ लोगों को बंद माहौल में घुटन महसूस होती है। कभी-कभी मितली भी महसूस होने लगती है। ऐसे में आटे से बने 3-4 गोलगप्पे खा लेने से तुरंत आराम मिलता है।
बिगड़ा मूड बनाए - गर्मी के दिनों में बाहर घूमने से प्यास ज्यादा लगती है और थकावट महसूस होती है। ऐसी स्थिति में केवल पानी पीने के बजाए पहले कुछ गोलगप्पे खा लें। यदि आप गोलगप्पे खाने के बाद पानी पीते हैं तो आपको एकदम फ्रेश-फ्रेश फील होता है।
दोपहर में खाना फायदेमंद - गोलगप्पे खाने के लिए दोपहर का समय सबसे सही होता है। शाम के समय पानी पताशे खाने से वजन बढ़ने की आशंका रहती है। साथ ही कसरत करने से पहले या बाद में गोलगप्पे खाना भी नुकसान करता है।