डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल जाने की तैयारी ऐसे करें

प्रेगनेंसी के नो महीने जैसे जैसे पुरे होने लगते है वैसे वैसे हमे डिलीवरी की चिंता बढ़ती जाती है। गर्भावस्था का नोवा महीना शुरू होते ही घर परिवार के सभी लोगों की चिंता भी बढ़ जाती है सभी लोग नन्हे बेबी के आने का बेसब्री से इंतज़ार करते है और घर के बड़े हमे डिलीवरी की तैयारी करने की भी सलाह देते है। जो गर्भवती महिलाए पहली बार माँ बनने जा रही है उन्हें इस तैयारी का मतलब नहीं समझ आएगा, पर जो महिलाये पहले ही इस स्थिति से गुजर चुकी है उन्हें बहुत अच्छे से पता होता है के खुद को कैसे और क्या क्या चीजे डिलीवरी से पहले हॉस्पिटल लेकर जाने के लिए तैयार करनी पड़ती है।

आज हम आपको इस लेख में यही बताने वाले है के डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल जाने के लिए ऐसे करे तैयारी।
हॉस्पिटल बैग पैक
जब आपको डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल जाना होता है तो आपको बहुत से सामान की जरुरत पड़ती है। आपके परिवार वालों को बार बार हॉस्पिटल से घर के चक्कर ना लगाने पड़े, इसके लिए पहले से ही एक बैग तैयार करे जिसमे आप वो सब सामान डाले जिसकी आपको हॉस्पिटल में जरुरत पड़ सकती है। आपको उन सभी चीजों के बारे में सोचना है जिनकी आपको डिलीवरी के समय हॉस्पिटल में जरुरत होगी। आप अपने बैग में नीचे दी गयी लिस्ट के हिसाब से समान रख सकते है।
वैसे तो हो सकता है यह सभी चीजे आपको हॉस्पिटल में भी मिल जाए पर आपके पास विकल्प पहले से ही मौजूद होना चाहिए। अगर आप हॉस्पिटल्स से मिली चीजों को इस्तेमाल नहीं करना चाहती और उनकी क्वालिटी आपको पसंद ना हो तो अपनी लायी हुई चीजों का इस्तेमाल बिना झिझक के कर सकती है।
कब क्या करें?
ध्यान रखिये अपने डिलीवरी बैग पैक करने के लिए डिलीवरी के समय के आने का इंतज़ार मत कीजिये। माना जाता है के प्रेगनेंसी का नोवा महीना शुरू होते ही डिलीवरी कभी भी हो सकती है इसलिए आप भी नोवा महीना शुरू होती ही अपना डिलीवरी बैग तैयार कर रख दीजिए। ताकि लास्ट समय में आपको सामान के लिए भागना न पड़े।
डिलीवरी बैग तैयार होने से आपको बहुत राहत मिलेगी क्योंकि लेबर पैन शुरू होते ही समान इकट्ठा करने की होड़ में ना पड़कर बस बैग उठाकर हॉस्पिटल जाना है। इससे आपको और आपके परिवार के लिए भी आसानी होगी।
बिमा एजेंट
यदि आपका कोई बिमा एजेंट है जिसके द्वारा आपने अपना बिमा करवाया था तो पहले से ही उससे भी बात कर के रखे जिस से डिलीवरी के बाद हॉस्पिटल में बिल पेमेंट में कोई समस्या ना आये। अगर आपका बिमा कॉर्पोरेट यानि आपके ऑफिस द्वारा करवाया गया है तो अपने एच् आर डिपार्टमेंट से भी पहले ही बात कर के उन्हें जानकारी दे दें।
हॉस्पिटल डेस्क
अपनी डिलीवरी डेट को ध्यान में रखते हुए पहले ही हॉस्पिटल के फ्रंट डेस्क पर बात कर के रखे जिससे की लास्ट समय में बेड ना मिलने की कोई समस्या ना हो। हालांकि इसके बारे में आपके डॉक्टर भी आपको पहले से ही जानकारी दे देंगे। फिर अपनी और से पहले ही फॉर्मलिटीज पूरी कर के रखना सुरक्षित रहता है। बहुत से हॉस्पिटल में प्री रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है, जिससे आपके लिए बेड बुक हो जाता है डिलीवरी यह करवाना सबसे उत्तम विकल्प होता है।
तनाव
ऐसा देखने में आता है के जैसे जैसे डिलीवरी का समय नजदीक आता है वैसे वैसे गर्भवती महिला को स्ट्रेस बढ़ने लगता है। इस समय में जरुरी है के आप खुद को स्ट्रेस से दूर रखे। स्ट्रेस को दूर रखने के लिए अच्छे से नींद ले और अच्छे से भोजन का सेवन करे। प्रेगनेंसी के लास्ट समय में तनाव मुक्त होने के लिए अपने बेबी के बारे अच्छा अच्छा सोचे और शिशु के आने के लिए तैयारियां करे चाहे तो शॉपिंग के लिए भी जा सकते है। इससे आपको ख़ुशी महसूस होगी और डिलीवरी का कम स्ट्रेस होगा। इसके अतिरक्त स्ट्रेस कम करने के लिए अपना पसंदीदा भोजन खाये, मैडिटेशन, ध्यान और योग की मदद भी ले सकते है।
प्रीनेटल क्लास
अपने डिलीवरी प्रक्रिया को समझने के लिए और खुद को डिलीवरी के लिए तैयार करने के लिए प्रीनेटल क्लास लेना बहुत जरुरी होता है। इन क्लासेज में आपको डिलीवरी से संबंधित पूरी जानकारी दी जाती है और बताया जाता है के लेबर पैन शुरू होते ही क्या करना सही होता है। आजकल बहुत से डॉक्टर भी इन क्लासेज को लेने की सलाह देते है। इन प्रीनेटल क्लास में आपको अपने शिशु को कैसे संभालना है यह भी बताया जाता है। अब सवाल उठता है के प्रीनेटल क्लास कब लेनी किये। वैसे तो समय आने पर इसके लिए आपको आपके डॉक्टर ही बता देती है। पर फिर भी यह क्लासेज प्रेगनेंसी के 20 से 25 सप्ताह में शुरू कर देना उचित रहता है।
आशा करते है के इस लेख से आपको अपने आपको डिलीवरी के लिए तैयार करने के लिए बहुत मदद मिलेगी।

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