लॉकडाउन में अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya In Lockdown):अक्षय तृतीया इस पार 26 अप्रैल को है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया को विवाह के लिए स्वयंसिद्ध अबूझ मुहूर्त माना जाता है. अक्षय तृतीया साढ़े तीन अबूझ मुहूर्त में से एक है. इस दिन को इतना ज्यादा शुभ माना जाता है कि इस दिन बिना ज्योतिषीय परामर्श के भी विवाह संपन्न कराए जाते हैं. भविष्य पुराण में इस बात का जिक्र मिलता है कि अक्षय तृतीया के दिन से ही सतयुग और त्रेता युग की शुरुआत हुई थी. लेकिन इस बार कोरोना वायरस से बचाव के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है. ऐसे में विवाह संभव नहीं है.लॉकडाउन की वजह से भारत में यह पहली अक्षय तृतीया है जब विवाह नहीं होंगे. कोरोना वायरस के तेजी से फैलते इन्फेक्शन और पूरे देश में लगे लॉकडाउन की वजह से अक्षय तृतीया के दिन होने वाले सभी वैवाहिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं.पौराणिक कथाओं में यह उल्लेख मिलता है कि अक्षय तृतीया का का मतलब है कि तृतीया की तिथि जिसका कभी क्षय (नाश) न हो. यही वजह है कि लोग इस अबूझ मुहूर्त में शादियां करते हैं. लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते शादियां सारी रद्द कर दी गई हैं .Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.