बचपन में हमारी सुबह तब तक नही होती थी जब तक हम टीवी पर टॉम एंड जैरी कार्टून न देख लें और शाम को आकर भी हर एक घर में यही कार्टून लगे होते थे। हाल ही में इस कार्टून कैरेक्टर को बनाने वाले जीन डाइच का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। जीन सेना में काम करते थे, वह पायलटों को ट्रेनिंग देते थे और वे बतौर ड्राफ्टमैन का काम करते थे लेकिन उनका स्वास्थ्य कुछ ठीक नही रहता था जिसके चलते उनको सेना से निकाल दिया गया। जिसके बाद वह ऐनिमेशन क्षेत्र से जुड़े लेकिन आपके मन में एक ख्याल तो आता होगा कि उन्होंने टॉम एंड जैरी का कार्टून क्या सोचकर बनाया। तो चलिए आपको बताते है-
सेना की नौकरी छोड़ने के बाद जीन हॉलीवुड के मशहूर एमजीएम प्रोडक्शन के साथ जुड़े यही से टॉम एंड जैरी की शुरूआत हुई। एक इंटरव्यू में जीन ने बताया था कि उनके सामने ये चुनौती थी कि एक ऐसा कार्टून यानि ऐसी बिल्ली और चूहे बनाने है जिनकी लड़ाई कभी खत्म न हो और उस लड़ाई में किसी भी तरह की भाषा भी न हो। उनके मन में हमेशा यही बात थी की वह कुछ ऐसा बनाए जिन्हे लोग सालों तक याद रखें।
सपने में लड़ते दिखाई देते थे टॉम एंड जैरी:
जीन ने बताया कि एक बार उनकी मुलाकात विलियम हन्ना और जोसेफ बारबरा से हुइ दोनों एमजीएम स्टूडियो में काम करते थे। टॉम एंड जौरी का काम उन्होनें दोनों के साथ करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि एनीमेटर होने के नाते उन्हें तकरीबन बहुत सारे कार्टून बनाने पड़ते थे क्योंकि तब तकनीक वैसी नही थी कि वह कम्प्यूटर पर जल्द काम कर लें। उनके दिमाग में टॉम एंड जैरी कैरेक्टर इस तरह घुसे कि रात को उनके सपने में वह लड़ते हुए दिखाई देते थे और वह अगली सुबह उन्हे कागज पर बना देते थे। जीन ने न सिर्फ टॉम एंड जैरी बल्कि पोपाय द सेलर मैन जैसे कार्टून कैरेक्टर भी बनाएं है।