जाने शॉर्ट वीडियो ऍप्स किस प्रकार कर रहे हैं कोविड-19 महामारी के खिलाफ जारी युद्ध में योगदान

कोविड-19 महामारी के चलते पूरी दुनिया इस वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही है और ऐसे में सोशल मीडिया तथा शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्मों ने लोगों को वर्चुअल आधार पर नज़दीक आने का अवसर दिया है। चूंकि इन दिनों आम जन-जीवन से मनोरंजन के अवसर काफी दूर जा चुके हैं, लिहाज़ा इन ऍप्स पर गतिविधियां तेज़ हुई हैं। मनोरंजन के अलावा, टिकटॉक और VMate जैसे शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म कोविड महामारी के खिलाफ युद्ध को अधिक कारगर बनाने में भी अहम् भूमिका निभा रहे हैं।

आम लोगों के अलावा, इन ऍप्सc पर इन दिनों डॉक्टिरों और अन्य चिकित्सां पेशेवरों की गतिविधियां भी तेज़ हुई हैं जो कोविड-19 के बारे में सत्यारपित जानकारी को ज्याादा से ज्या दा लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। मसलन, VMate पर कुछ डॉक्ट रों ने, जिनमें हरियाणा की डॉ खुश्बूं तंवर और उत्तैराखंड की डॉ चित्रा टम्टार शामिल हैं, लोगों को डॉक्टनर स्प्रिरिट तथा एलो वेरा की मदद से घर पर ही सैनीटाइज़र तैयार करने के अलावा सही तरीके से मास्कक बनाने की जानकारी दी। इसी तरह, एक अन्यज शॉर्ट वीडियो ऍप लाईकी पर भी मेडिकल प्रोफेशनल्सन ने लाइव सेशंस के दौरान लोगों के महामारी से जुड़े सवालों के जवाब दिए।
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन और कुछ दिनों बाद इसे बढ़ाए जाने की घोषणा की, तो इसका प्रसारण अग्रणी शॉर्ट वीडियो ऍप टिकटॉक पर भी किया गया। इस तरह, जिन लोगों के पास इस प्रसारण के समय टेलीविजन उपलब्धी नहीं था वे भी सुनी-सुनायी बातों की बजाय सीधे जानकारी ले पाएं।
बॉलीवुड समेत अन्यज क्षेत्रों की हस्तियों ने भी कोविड-19 महामारी के फैलने के बाद से इन शॉर्ट वीडियो ऍप्सत का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर इसके बारे में जागरूकता फैलाने का काम किया है। ये लोग अक्स्र इन प्लेनटफार्मों के जरिए अपने वीडियो भी शेयर करते हैं जिनमें नोवेल वायरस संक्रमण से बचाव और लॉकडाउन के दौरान क्या् करें, क्याय न करें जैसी जानकारी देते हैं। लोकप्रिय हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने हाल में VMate कोरोना ऐन्थम (VMate Corona Anthem) पर प्रस्तुेति दी और सन्देश दिया कि वायरस जल्दी ही समाप्तa हो जाएगा, और साथ ही इसके बारे में जागरूकता का प्रसार भी किया।

ये ऍप्सA नोवेल कोरोनावायरस के बारे में फैल रही भ्रामक जानकारियों का भंडाफोड़ करने में भी महत्व्पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। VMate ने हाल में अपनी ऑफिशियल प्रोफाइल 'मिथ बस्टैर' लॉन्च् की जिस पर विश्वा स्वाेस्य्ी संगठन द्वारा सत्यापपित सूचनाओं को इंटरेक्टिव और एनीमेटेड फॉर्मेट में पेश किया जाता है। दर्शकों को ध्याथन में रखकर, पूरी जानकारी स्पओष्टट रूप से हिंदी टैक्ट् पे में ऑडियो वॉयस ओवर के साथ दी गयी।
इन शॉर्ट वीडियो ऍप्स् ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास भी किया है कि लोगों को बोरियत से निकालकर उनके लिए ऐसे क्रिएटिव विकल्पों को उपलब्धि कराया जाए जिनकी मदद से वे लॉकडाउन की अवधि में अपने घरों में सुकून से बैठे रहें। इन ऍप्सर ने कई हैशटैग्सग और चैलेंज भी शुरु किए हैं जिन्हेंे यूज़र्स ने काफी पसंद किया है। टिकटॉक ने #boredathome और #thingstodo जैसे हैशटैग्सू पेश किए जिनका इस्तेकमाल कर यूज़र्स ने लॉकडाउन के दौरान तरह-तरह की एक्टिविटीज़ का बेहतरीन इस्ते़माल किया। VMate ने, जिसे ग्रामीण भारत का टिकटॉक कहा जाता है, #21DaysChallenge लॉन्च किया था जिसके जरिए यूज़र्स को हर दिन एक नया चैलेंज दिया जाता था। इनमें से सर्वश्रेष्ठय वीडियो को इन-ऍप H5 पेज पर फीचर किया गया और पुरस्कृात भी किया गया।
VMate पर यूज़र्स ने अपने वीडियो शेयर कर दिखाया कि किस प्रकार ग्रामीण भारत इस संकट के दौर से गुजर रहा है। कुछ वीडियोज़ के जरिए दिखाया गया कि किस तरह सरकारी एजेंसियां लोगों को लॉकडाउन के दौरान सरकारी नियमों की जानकारी देने के लिए साइकिलों और ऑटोरिक्शागओं पर लाउडस्पीसकरों के जरिए घोषणााएं करवा रही हैं। यूज़र्स ने कई हृदयस्पिर्शी पलों को भी अपने वीडियो में कैद कर शेयर किया। जैसे सनी विर्दी ने अपने वीडियो के माध्यकम से दिखाया कि किस तरह उनकी मां ने एक बूढ़े को चाय-पानी दी और खाना खिलाया जो पिछले दो दिनों से भूखा था। इसी तरह, भारत के अन्य- भागों से भी लोगों ने वीडियो के जरिए दिखाया कि कैसे वे ग्रामीणों और बच्चोंा के लिए भोजन का वितरण कर रहे हैं। इन लोगों ने ये वीडियो शॉर्ट वीडियो ऍप पर शेयर किए हैं।
अब जबकि दुनिया के सामने आधुनिक दौर का सबसे बड़ा संकट खड़ा है, ऐसे में शॉर्ट वीडियो ऍप्सब ने सक्रियता दिखायी और कई स्तसरों पर नई पहल कर यह सुनिश्चित किया कि महामारी के चलते पैदा हुए निराशा के बादल कुछ छंट सकें। साथ ही, ये ऍप्सह गलत सूचनाओं, झूठी खबरों के खिलाफ माहौल तैयार करने के लिए डटकर खड़ी हुई हैं और महामारी की वजह से अब जबकि लोग अपने घरों में कैद हैं तो उनके लिए मनोरंजन के साधन भी जुटा रही हैं।

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